राजसमंद. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा रविवार को राजसमंद जिले के दौरे पर रहे. सुबह नाथद्वारा में श्रीनाथजी के दर्शन करने के बाद जिला कलक्ट्रेट पहुंचकर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं में त्वरित प्रगति बताने के निर्देश दिए. उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि किसी भी दफ्तर में पीड़ित व्यक्ति आए, तो उससे अच्छा व्यवहार करें और उसकी समस्या सुनकर तत्परता से निस्तारण करें. किसी भी परिस्थिति में जायज कार्य के लिए लोगों को टरकाने की शिकायतें नहीं आनी चाहिए.
बैठक में उप मुख्यमंत्री ने विभागीय कार्यों के साथ बजट घोषणा के कार्य की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि बजट में सर्वजन कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन अब बजट घोषणा का प्रत्येक कार्य समयबद्ध तरीके से धरातल पर उतरना चाहिए. इसमें किसी भी तरह की कोताही किसी भी स्तर पर नहीं होनी चाहिए. अगर किसी कार्य में कोई तकनीकी या विभागीय अड़चन आती है, तो तत्काल जिला कलेक्टर को और जरूरत पड़े तो उन्हें बताए, ताकि उसका त्वरित निस्तारण किया जा सकें
इस दौरान राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, जिला प्रमुख रतनीदेवी, जिला प्रभारी सचिव विकास सीताराम भाले, जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ हनुमानसिंह राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, माधवलाल जाट, पूर्व पालिकाध्यक्ष अशोक रांका, राजसमंद प्रधान अरविन्दसिंह राठौड़, नर्बदाशंकर पालीवाल, जवाहरलाल जाट सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद थे.
अधिकारी संवेदनशील रहकर कार्य करें: उप मुख्यमंत्री ने बैठक में डॉ बैरवा ने अधिकारियों से कहा कि उनकी प्राथमिकता आमजन की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान होना चाहिए. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्य सीधे तौर पर आमजन के जीवन को प्रभावित करते हैं. इसलिए हर अधिकारी को आमजन के प्रति सदैव संवेदनशील और चिंतित रहना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से जनसुनवाई करें और जनता की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित निवारण करें.
जाखम बांध से बदलेगी राजसमंद की तस्वीर: उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 3530 करोड़ रुपए की जाखम बांध की पेयजल परियोजना से न सिर्फ जल संकट से राहत मिलेगी, बल्कि राजसमंद जिले की कई समस्याओं का समाधान इस परियोजना से हो जाएगा. इससे 302 गांव व 378 ढाणियों में पानी पहुंचेगा, जबकि राजसमंद झील को भरने के लिए खारी फीडर विस्तार के लिए 150 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान भी ऐतिहासिक है. डॉ बैरवा ने बजट घोषणा में राजसमंद जिले को मिली सौगातों को बताया और कहा कि शहर व गांव ढाणी का समग्र विकास करने, लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने, पलायन रोकने के लिए ठोस कदम उठाना ही सरकार का मुख्य ध्येय है.
गहलोत सरकार ने किया बिगाड़ा, उसे समेट रहे: उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पांच साल तक सत्ता में रही गहलोत सरकार ने प्रदेश को कंगाल बना दिया. अनावश्यक घोषणाएं व बेतूके कार्यों पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए. बजरी की समस्या पर चिंता नहीं की और केवल कालाबाजारी को बढ़ावा दिया. जबकि हमारी सरकार बजरी के अवैध खनन को लेकर गंभीर है और लगातार कार्रवाई कर रही है. साथ ही बजरी के नए टेंडर जारी कर लोगों को राहत देने के प्रयास भी कर रहे हैं.