टोंक: राजस्थान में हुए 7 सीटों पर उपचुनाव की मतगणना शनिवार को होगी. भले ही परिणामों का असर सरकार पर नहीं पड़ेगा, लेकिन परिणामों के बाद ही पता लगेगा कि जनता ने वोट किसके लिए दिया. क्या जनता का भरोसा डबल इंजन की सरकार पर रहा या फिर जनता ने दिखाया सरकार को आइना ?
टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट को लेकर मतगणना की तैयारियां टोंक के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पूरी कर ली गई है. सुरक्षा के माकूल इंतजाम के बीच तीन कक्षो में ईवीएम, पोस्टल बैलेट और वीवी पैट की गिनती शनिवार 23 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. इस सीट का इतिहास भले ही कांग्रेस के प्रभाव वाला रहा हो, लेकिन इस उपचुनाव में सचिन पायलट के गढ़ में बीजेपी इस सीट पर नरेश मीणा को मिलने वाले वोटों की बदौलत एक बार फिर से 11 साल बाद कमल खिलाने को आतुर है.
वहीं, सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन, पुलिस की ओर से पूरे इंतजाम किए गए हैं. 23 नवंबर को सुबह 8 बजे से राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टोंक में मतगणना प्रारंभ होगी. जिला निर्वाचन अधिकारी सौम्या झा एवं पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने शुक्रवार को मतगणना स्थल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं मतगणना से जुड़े अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए.
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जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए कमरों व टेबलों का निर्धारण किया गया है. उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के ड्राइंग लैब में टेबल नंबर 1 से 4 पर डाक मतपत्र की एवं टेबल नंबर 1 से 8 पर ईवीएम की मतगणना होगी. साथ ही, कमरा एन-7 में टेबल नंबर 9 से 16 पर भी ईवीएम से मतों की गणना की जाएगी. कमरा एन-6 में टेबल नंबर 1 से 5 पर ईटीबीपीएस प्री काउंटिंग होगी.
ईवीएम से मतगणना के लिए 29माइक्रो ऑब्जर्वर, 24 मतगणना प्रवेक्षक एवं 24 मतगणना सहायकों तथा मतपत्रों की गणना के लिए 6 माइक्रो ऑब्जर्वर, 6 मतपत्र गणना प्रशिक्षण एवं 13 मतपत्र गणना सहायकों को प्रशिक्षण दिया गया है. बता दें कि 13 नवंबर को हुए देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव में क्षेत्र के मतदाताओं ने 3 लाख 2 हजार 743 वोटों में से कुल 1 लाख 97 हजार 761 मतदाताओं ने वोट किया और इस बार कुल 65.32 प्रतिशत मतदान हुआ.