रुड़की: हरिद्वार जिले के ठसका गांव में डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को भी 20 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. मरीजों का आंकड़ा अब यहां पर 55 हो गया है. हालांकि लगातार मिल रहे मरीजों से ठसका गांव डेंगू का हॉटस्पॉट बन गया है. उधर लगातार स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर मरीजों की जांच कर रहा है और उनको दवाइयां भी वितरित की जा रही हैं. इसी के साथ विभाग द्वारा बुखार से पीड़ित मरीजों के सैंपल भेजकर एलाइजा जांच भी कराई जा रही है.
मंगलौर स्थित नारसन ब्लॉक के ठसका गांव में डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं बड़ी संख्या में गांव के लोगों में बुखार शिकायत है. हर घर में एक व्यक्ति बुखार की चपेट में है, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांव में लगातार कैंप लगाकर बुखार से ग्रसित मरीजों की जांच की जा रही है. साथ ही मरीजों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं और डेंगू की जांच कराई जा रही है. कई मरीजों को दवा देकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनकी निगरानी भी की जा रही है.
गौरतलब है कि बीते गुरुवार और शुक्रवार को ठसका गांव में बुखार से पीड़ित 35 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा शनिवार को 106 मरीजों के सैंपल लेकर एलाइजा जांच के लिए भेजे गए थे. जिनमें से 20 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है और अब मरीजों का आंकड़ा 55 हो गया है.
हरिद्वार एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि ठसका गांव में शनिवार को 20 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, मरीजों का आंकड़ा अब 55 हो गया है. उन्होंने बताया कि 60 और मरीजों के खून के सैंपल लिए गए हैं जिन्हें एलाइजा जांच के लिए भेजा गया है. उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में लगातार शिविर लगाकर मरीजों की जांच के साथ-साथ दवा भी दे रही है. उन्होंने बताया कि एक मरीज को रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इसी के साथ उन्होंने बताया कि इस सीजन में उत्तराखंड में डेंगू नहीं था उनके द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है कि डेंगू ने प्रदेश में कहां से एंट्री की है. उनका मानना है कि ठसका गांव उत्तराखंड के बॉर्डर से सटा हुआ है, हो सकता है यूपी से डेंगू ने एंट्री की हो, हालांकि उनके द्वारा इसकी जांच की जा रही है.
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