प्रयागराज : जिले में दो दिन पहले हमले में घायल अधिवक्ता की गुरुवार रात मौत हो गई. घटना से गुस्साए अधिवक्ताओं ने शुक्रवार सुबह जिला अदालत में कार्य बहिष्कार किया. घंटों नारेबाजी के बाद विरोध प्रदर्शन कर जिला अदालत चौराहे पर चक्का जाम कर दिया. मामले को देखते हुए कचहरी के आस-पास पुलिस और आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू का शव गुरुवार को देर रात लखनऊ से उनके निवास प्रयागराज के सलोरी पहुंचा. पुलिस अधिकारियों ने परिवार को किसी तरह समझाकर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया. अधिवक्ता की मौत की खबर आने के बाद जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने बैठक की. बैठक में पदाधिकारियों ने शुक्रवार को कार्य बहिष्कार करने का एलान किया.
अधिवक्ता संघ ने अपील की है कि शांति बनाए रखें. पुलिस अधिकारियों से वार्तालाप चल रही है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. वरिष्ठ अधिवक्ता विमल श्रीवास्तव का कहना है कि जब तक हमारी 10 सूत्रीय मांगें नहीं मानी जाती हैं तब तक आंदोलन जारी रखेंगे.
यह था मामला : बता दें कि घटना रविवार की सलोरी इलाके की है. आरोप है कि इलाके में अधिवक्ता अखिलेश शुक्ला उर्फ गुड्डू पर रविवार को जानलेवा हमला किया गया था. सिंचाई विभाग के ठेकेदार से विवाद के बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी. आरोप है कि ठेकेदार के साथ 3 गाड़ियों से आए लोगों ने फायरिंग करने के बाद अखिलेश शुक्ला को राइफल की बट और राॅड से पीटा था, फिर पैर में गोली मार दी थी. घायल अधिवक्ता का लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. गुरुवार रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने 2 दिन पहले निखिल कांत सिंह और प्रिंस सिंह उर्फ रणविजय सिंह को गिरफ्तार किया था.
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