पटनाः बीपीएससी शिक्षक बहाली तीसरे चरण के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया कंप्लीट करने की आखिरी तिथि कल 26 फरवरी है. लेकिन हजारों शिक्षक अभ्यर्थी हैं जो फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं. इसके पीछे मुख्य कारण बहाली प्रक्रिया में उम्र सीमा है. आवेदन के लिए अधिकतम आयु की उम्र सीमा 37 वर्ष रखी गई है.
शिक्षा मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शनः ऐसे में काफी संख्या में ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी हैं जो पिछले दो चरण की बहाली में एक और दो नंबर से छूट गए हैं. उम्र सीमा पूरी होने के कारण वह आवेदन नहीं कर पा रहे हैं. शिक्षक अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं कि पिछले चरण की सप्लीमेंट्री परीक्षा का परिणाम जारी हो गया रहता तो वे शिक्षक बन गए रहते. ऐसे में दर्जनों की संख्या में ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी रविवार को शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास पर पहुंचे और आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया.
शिक्षा मंत्री ने डांट कर भगायाः बेगूसराय से आए शिक्षक अभ्यर्थी संतोष कुमार ने बताया कि शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने आज मिलने का समय दिया था. मिलने गए तो बताया गया कि अभी विभाग का बंटवारा ठीक से नहीं हुआ है. इसके बाद उन्हें डांट कर भगा दिया गया है. उन्होंने बताया कि पिछले बार एक नंबर से वह क्वालीफाई नहीं कर पाए और सप्लीमेंट्री रिजल्ट यदि जारी होता तो वह क्वालीफाई कर गए रहते. परीक्षा के बाद बताया गया कि हिंदी विषय का अंक नहीं जोड़ा जाएगा.
"खेल शुरू होने के बाद बीच खेल में नियम बदल दिया गया जो गलत था. इन सब के बावजूद आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा था यह एक तरीके से सप्लीमेंट्री परीक्षा है. विभाग से यही डिमांड करते हैं कि पिछले दो चरण में जैसे 10 वर्ष आयु की उम्र सीमा में छूट थी वह इस बार भी लागू किया जाए. ऐसा नहीं होता है तो हमलोग आत्मदाह करेंगे. अपनी डिग्रियां को भी जला देंगे." -संतोष कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी
'उम्र सीमा में दिया जाए छूट': गया जिले से आए नवीन कुमार ने बताया कि 10 वर्षों से शिक्षकों की बहाली नहीं हुई. जब बहाली हुई तो उम्र सीमा बाधा बन गई. सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं करके बचे सीटों को जोड़ते हुए तीसरे चरण की बहाली निकाली गई. यही डिमांड कर रहे हैं कि पहले और दूसरे चरण की बहाली के तहत इस बार भी आयु सीमा में छूट दी जाए ताकि उनके जैसे हजारों अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सके. आवेदन की आखिरी तिथि कल तक ही है.
'शिक्षा मंत्री ने हाथ खड़ा किया': हाजीपुर से आई शिक्षक अभ्यर्थी वीणा कुमारी ने कहा कि परीक्षा के बाद बताया गया की हिंदी विषय का अंक नहीं जोड़ा जाएगा. इस कारण दो नंबर से वह क्वालीफाई नहीं कर पाई. एसटेट पास करने के बाद दूसरे चरण की परीक्षा में बैठी थी. सप्लीमेंट्री रिजल्ट भी जारी नहीं किया गया है. यदि उम्र सीमा में छूट नहीं दी जाती है तो वह आत्मदाह कर लेंगी. जब हमलोग मंत्री से मिलने आए हैं तो मिलने नहीं दिया गया है. मंत्री कहते हैं कि रोने से कुछ नहीं होगा.
5 से 10 वर्षों तक छूट की मांगः शिक्षक अभ्यर्थी अंजना कुमारी ने कहा कि उनका मंत्रियों से भरोसा ही उठ गया है. मंत्री बनने से पहले शिक्षक अभ्यर्थियों की बातों पर नेता गोल-गोल जवाब देते हैं और मंत्री बनने के बाद मुंह फेर लेते हैं. शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने मिलने का समय दिया था. मिलने के बाद कहते हैं कि वे कुछ नहीं कर सकते हैं. उन लोगों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. उम्र सीमा में 5 से 10 वर्षों की छूट दिया जाए.
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