सागर। शहर के बीचोंबीच बने मुख्य बस स्टैंड को बंद किए जाने को लेकर पिछले एक महीने से बस ऑपरेटर और जिला प्रशासन के बीच चल रहा गतिरोध बढ़ता जा रहा है. बस ऑपरेटर के समर्थन में व्यापारी, सामाजिक और राजनीतिक संगठन भी आ गए हैं. पिछले 5 अगस्त से सागर जिले में बसों का संचालन पूरी तरह से बंद है. मंगलवार को पूरे शहर को बंद रख पुराना बस स्टैंड फिर चालू करने की मांग को जोर-शोर से उठाया. व्यापारी संगठनों ने पहले ही बंद का समर्थन किया और मंगलवार सुबह से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे.
पुराना बस स्टैंड बंद होने से व्यापार ठप
बस ऑपरेटर्स ने चेतावनी दी है कि अगर सागर का पुराना बस स्टैंड नहीं शुरू किया गया तो पूरे मध्य प्रदेश में बसों का संचालन बंद किया जाएगा. दरअसल, शहर में स्मार्ट सिटी द्वारा शहर से दूर बस स्टैंड बनाया गया है और शहर के बीचो-बीच बने बस स्टैंड को जिला प्रशासन ने बंद कर दिया है. इस वजह से बस संचालकों के साथ यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस ऑपरेटर यूनियन के समर्थन में व्यापारिक और सामाजिक संगठन भी आ गए हैं. पुरा बस स्टैंड बंद करने से शहर के व्यापार पर भी असर पड़ा है.
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पूरे मध्यप्रदेश में बंद करेंगे बसों का संचालन
व्यापारी संगठनों का कहना है कि बस स्टैंड शहर से बाहर कर दिए जाने के कारण शहर का पूरा व्यवसाय बैठ गया है. बाहर से आने वाले ग्राहक और कर्मचारी परेशान हैं. नए बस स्टैंड से दुकान या कारखाने तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी पैसा खर्च करना पड़ता है. वहीं, मध्य प्रदेश बस ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री जयकुमार जैन ने कहा "हमें आम जनता के साथ सभी संगठनों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. हमारी मांग जनहित में है और जिला प्रशासन के फैसले का आम जनता, व्यापारियों और तमाम तरह के लोगों को नुकसान झेल पड़ रहा है. हम पूरे मध्य प्रदेश में बसों का संचालन बंद कर सकते हैं."