जयपुर. जिला क्रिकेट एसोसिएशन (जेडीसीए) के पूर्व सचिव डॉ. बीआर सोनी और पूर्व कोषाध्यक्ष समीर शर्मा ने जिला क्रिकेट संघ की एडहॉक कमेटी की ओर से 21 जून को बुलाई साधारण सभा की बैठक पर रोक लगाने की मांग की है. जिला संघ के दोनों पूर्व पदाधिकारियों ने एडहॉक कमेटी के पुनर्गठन पर भी सवाल उठाते हुए उसमें बदलाव की मांग की है.
डॉ. सोनी ने बताया कि जिला संघ में पिछले करीब साढ़े चार साल से एडहॉक कमेटी ही कार्य कर रही है. पिछले दिनों एडहॉक कमेटी का पुनर्गठन किया गया, लेकिन इसमें सुरेश कुमार शर्मा और मोहम्मद रफीक के रूप में दो ऐसे सदस्य शामिल किए गए, जो जिला संघ के सदस्य ही नहीं हैं. इसके अलावा राजस्थान खेल परिषद के रीजनल कोचिंग सेंटर के महेश सैनी का नाम एडहॉक कमेटी में शामिल किया गया है, जबकि महेश सैनी करीब तीन-चार साल पहले ही रिटायर हो चुके हैं.
चहेते क्लबों को फायदा देने का आरोप : सोनी ने कहा कि जब एडहॉक कमेटी का पुनर्गठन ही सही नहीं है तो उसकी ओर से बुलाई साधारण सभा की बैठक को वैध नहीं माना जा सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि ये बैठक कुछ चहेते क्लबों को मान्यता प्रदान करने के अनैतिक प्रयास के लिए बुलाई गई है. जिला क्रिकेट संघ से 114 क्लबों को मान्यता है और इतने ही क्लबों ने संघ के पिछले चुनाव में हिस्सा लिया. चुनाव के बाद जिला कार्यकारिणी को भंग कर एडहॉक कमेटी का गठन कर दिया गया था.
उन्होंने कहा कि जिला संघ की कोई एजीएम नहीं हुई, जिसमें नए क्लबों को मान्यता दी जा सके. इसके बावजूद एडहॉक कमेटी की ओर से बुलाई साधारण सभा की बैठक में 140 क्लबों को आमंत्रित किया गया है, जो समझ से परे है. समीर शर्मा ने कहा कि हमने इसकी शिकायत प्रदेश के खेलमंत्री, मुख्य सचिव, खेल सचिव और रजिस्ट्रार सहकारिता को भी की है.