अलवर: अलवर जिला कलाकंद (मिल्ककेक) के लिए देश दुनिया में विख्यात है. मिल्क केक के प्रति बढ़ते आकर्षण को देखते हुए अब अलवर सरस डेयरी ने भी इसका उत्पादन शुरू कर दिया है. दीपावली त्योहार पर सरस डेयरी को कलाकंद के बड़े आर्डर मिलना शुरू हो गए हैं. इसके लिए आरसीडीएफ जयपुर की ओर से 10 मीट्रिक टन का टारगेट मिला है. आरसीडीएफ के माध्यम से यह कलाकंद पूरे प्रदेश में बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा. वहीं प्रदेश की अन्य सरस डेयरी की ओर से अलवर को मिल्क केक के आर्डर मिलना शुरू हो गए हैं. बाजार में सरस के कलाकंद की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
अलवर सरस डेयरी के एमडी राकेश कुमार विजय ने बताया कि बीते दिनों आरसीडीएफ मुख्यालय पर मीटिंग आयोजित की गई थी. इस मीटिंग का यह उद्देश्य था कि राजस्थान की सभी डेयरी दुग्ध संघ जो प्रोडक्ट बना रहे हैं, वह प्रोडक्ट पूरे प्रदेश की सरस डेयरी पर उपलब्ध हो. अलवर का कलाकंद भी इसमें शामिल है, जो सभी जिलों की डेयरी पर उपलब्ध रहेगा. उन्होंने बताया कि सरस डेयरी की ओर से मिलने वाला कलाकंद उच्च गुणवत्ता का है. अलवर सरस डेयरी की ओर से कलाकंद 1 किलो, 500 ग्राम व 200 ग्राम की पैकिंग में उपलब्ध मिलेगा.
बाजार से कम रहेगी कीमत: एमडी विजय ने बताया कि सरस डेयरी के कलाकंद की कीमत बाजार में मिल रहे कलाकंद से कम है. उन्होंने कहा कि सरस डेयरी के 1 किलो कलाकंद की कीमत 375 रुपए प्रति किलो है. बाजार में मिलने वाले कलाकंद की कीमत 400 रुपए प्रति किलो से ज्यादा है. उन्होंने बताया कि अलवर का कलाकंद प्रदेश के सभी 32 जिला दुग्ध संघों पर भेजा जाएगा. इसके लिए अलवर सरस प्रबंधन की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है.
10 मीट्रिक टन कलाकंद का लक्ष्य मिला: राजस्थान कॉआपरेटिव डेयरी फैडरेशन की ओर से अलवर सरस डेयरी को कलाकंद के लिए 10 मीट्रिक टन का आर्डर मिला है, जो कि सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कलाकंद के लिए अभी से जयपुर, अजमेर, पाली, भीलवाड़ा सहित अन्य दुग्ध संघों से बड़े ऑर्डर मिलने लगे है. उन्होंने बताया कि अलवर का कलाकंद भारत सरकार की एनएबीएल लैब द्वारा प्रमाणित है. साथ ही विदेश की लैब में भी मानकों पर खरा उतरा है. उन्होंने बताया कि सरस का कलाकंद दिल्ली एनसीआर व गुरुग्राम तक जाएगा, इसके लिए हमारी तैयारियां पूरी है.
अलवर शहर में 15 आउटलेट पर मिलेगा सरस का कलाकंद: विजय ने बताया कि अलवर का प्रसिद्ध कलाकंद शहरवासियों को भी उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए शहर में 15 आउटलेट बनाए जाएंगे. साथ ही शहर में सभी सरस पार्लर पर भी कलाकंद उपलब्ध कराया जाएगा. फेस्टिवल सीजन पास आने के साथ ही मोबाइल वैन की सुविधा भी देने पर विचार किया जा रहा है. इसके माध्यम से भी शहरवासी कलाकंद ले सकेंगे.