नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2024 में शुक्रवार को असम दिवस मनाया गया. इस अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में बिहू और सत्रिया नृत्य जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं. कार्यक्रम की शुरुआत असम के जातीय गान के साथ हुई.
सांस्कृतिक मण्डली के निर्देशक नीलकंता रहंग ने बताया कि उद्घाटन सत्र के बाद खचाखच भरे दर्शकों ने असम के प्रतिभाशाली युवाओं द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक नृत्य प्रदर्शनों की एक श्रृंखला का आनंद लिया, जिसमें सत्त्रिया नृत्य, तिवा लोक नृत्य, कार्बी लोक नृत्य और बिहू नृत्य की प्रस्तुति दी. इसमें उनके साथ 30 कलाकारों की टीम ने हिस्सा लिया. सभी कलाकार असम के रहने वाले हैं. प्रस्तुति देने वालों में सबसे छोटी कलाकार की उम्र 15 वर्ष है और 45 वर्ष के कलाकार शामिल हुए. सभी को पहली बार भारत मंडपम में आयोजित ट्रेड फेयर में आने का मौका मिला है.
इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रसिद्ध असमिया गायक 'माधव रंजन गोगोई' द्वारा एक आकर्षक गायन प्रदर्शन भी शामिल था, जिसमें राज्य की कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया. इस कार्यक्रम में असम के उद्योग और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बिमल बोरा विशेष रूप से शामिल हुए. साथ ही सांसद दिलीप सैकिया, असम औद्योगिक विकास निगम (एआईडीसी) के उपाध्यक्ष नवदीप कलिता, उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग की सचिव इंदिरा कलिता, एआईडीसी के प्रबंध निदेशक मानवेंद्र प्रताप सिंह, दिल्ली स्थित असम हाउस के विशेष कार्य अधिकारी बैशाली नायक आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे. समारोह का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले 2024 में असम पवेलियन एक प्रमुख आकर्षण बन गया है. इस पवेलियन में 36 स्टॉल हैं, जिनमें हथकरघा, वस्त्र, जलकुंभी, चाय और पीतल धातु जैसे उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं. असम पर्यटन और असम औद्योगिक विकास निगम जैसे विभिन्न राज्य सरकार के विभाग और संगठन इसमें भाग ले रहे हैं. असम के उद्योग, वाणिज्य और सार्वजनिक उद्यम विभाग के अतिरिक्त सचिव पी उदय प्रवीण ने पवेलियन का उद्घाटन किया था. मेले में इस वर्ष की थीम ‘विकसित भारत 2047’ है, जो ‘विकसित असम 2047’ के असम के दृष्टिकोण के साथ मेल खाती है, जो औद्योगिक विकास और प्रगति पर केंद्रित है.
इसके अलावा असम पवेलियन में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को प्रदर्शित किया गया है, जिसमें बांस और बेंत, हथकरघा, हस्तशिल्प, टेराकोटा, लकड़ी के शिल्प, पीतल धातु, खाद्य प्रसंस्करण उत्पाद और चाय के स्टॉल शामिल हैं. साथ ही एक जिला एक उत्पाद पहल और उभरते स्टार्टअप भी प्रदर्शित किए गए हैं. असम पवेलियन एक विशेष आकर्षण एमजेआई परफ्यूम्स का स्टॉल है, जिसे असम सरकार द्वारा असम अगरवुड प्रमोशन पॉलिसी 2020 के तहत समर्थन प्राप्त है. पवेलियन में असम की विनिर्माण, प्रौद्योगिकी, पर्यटन और बुनियादी ढांचे में प्रगति को भी प्रदर्शित किया गया है, जिसमें उन्नत सेमीकंडक्टर सुविधाओं और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं की भविष्य की योजनाएं शामिल हैं.
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