नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के देवली गांव में कलयुगी बेटे ने सेना से रिटायर्ड पिता, मां और बहन की 4 दिसंबर को नृशंस हत्या कर दी थी. इस ट्रिपल मर्डर की घटना ने राष्ट्रीय राजधानी को झकझोर कर रख दिया. वहीं, इस मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब जिम के मालिक और आरोपी के टीचर ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. इनके मुताबिक आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के बाद मदद मांगने जिम ओनर के पास गया था.
दरअसल, हत्यारा अर्जुन जिस जिम में वर्कआउट करने जाता था उस जिम के मालिक संजू ने अब इस मामले में बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जिस दिन अर्जुन ने अपने माता-पिता और बहन की हत्या की थी उस दिन सुबह वह जिम में आया था. उसने पूरी घटना के बारे में जिम मालिक को बताया कि कैसे किसी बदमाश ने उसके माता-पिता और बहन की हत्या कर दी. मदद करने के बहाने आरोपी जिम मालिक को अपने घर पर ले गया.
वहीं, इस पूरी वारदात से अंजान जिम मालिक अर्जुन के साथ उसके घर चला गया. जैसे ही जिम के मालिक उनके घर के पास पहुंचे तो उसने गेट खोला. गेट जैसे ही खुला तो जिम मालिक ने देखा ग्राउंड फ्लोर पर उसकी बहन की लाश पड़ी हुई थी. समझदारी दिखाते हुए जिम मालिक ने घर में प्रवेश नहीं किया और आरोपी को 100 नंबर पुलिस कॉल करने के लिए कहा. इसके बाद आरोपी ने हत्या की सूचना दिल्ली पुलिस को दी थी.
जिम में किसी से बात नहीं करता था आरोपी: जिम के मालिक ने बताया कि पिछले कई महीनों से वह जिम में वर्कआउट करने आ रहा था, लेकिन वह और बच्चों की तरह वर्कआउट नहीं करता था. वह सिर्फ स्ट्रेंथ वर्कआउट करता था. वह हर रोज सुबह 6 बजे वर्कआउट के लिए जिम में आया करता था. इस दौरान किसी भी व्यक्ति से कोई बातचीत नहीं करता था. वह अपने कानों में ईयरफोन लगाकर एक से डेढ़ घंटे वर्कआउट करने के बाद जिम से चला जाता था.
जिम में करता था अपने पिता की तारीफ: जिम ओनर ने बताया कि अर्जुन वैसे तो आमतौर पर किसी से बात नहीं करता था, लेकिन कभी कभार जब दुआ सलाम हो जाती थी, तो वह कभी भी उसने यह नहीं बताया कि उसके पिता उसके ऊपर अत्याचार करते हैं. वर्कआउट के दौरान उसने कई बार अपने पिता की तारीफ की है.
पुलिस ने संजू से की पूछताछ: जिम के मालिक ने बताया कि जिस दिन यह घटना हुई थी, उस दिन पुलिस के द्वारा कई घंटे तक उनसे भी पूछताछ की गई थी. क्योंकि वह (अर्जुन) हमेशा मेरी जिम में आया करता था. इसीलिए पुलिस के द्वारा पूछताछ की गई और मैंने उस दिन जो घटना हुई थी पूरी बात बताई.
अर्जुन के टीचर और पड़ोसी ने खोले कई राज: पुराने टीचर सौरभ जो आरोपी के पड़ोसी भी हैं. उन्होंने बताया कि जब अर्जुन छठी क्लास में था तब वह टीचिंग दिया करते थे. अर्जुन शुरू से ही किसी से ज्यादा मतलब नहीं रखता था. उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था. उसका ध्यान ज्यादातर खेल पर रहता था.
टीचर ने बताया, ''मैं उनका पड़ोसी भी हूं लेकिन आज तक इतने सालों में कभी नहीं देखा कि अर्जुन के पिता उससे ऊंची आवाज में बात की हो या उसकी पिटाई करते हों. हालांकि अक्सर यह देखने को जरूर मिलता था कि उसकी माता-पिता से कहा सुनी हो गई, जिसकी आवाज हमारे घर तक भी पहुंचती थी.'' उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि अर्जुन जब 11वीं क्लास में था तब उसे बॉक्सिंग करने का शौक चढ़ा, जिसके उसका ध्यान पढ़ाई पर न होकर बॉक्सिंग पर रहता था. वह बॉक्सिंग के लिए वर्कआउट भी करता था.
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