नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा गणतंत्र दिवस परेड में झांकी पर दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. सचदेवा ने कहा कि गणतंत्र दिवस की गरिमा का ध्यान रखने में केजरीवाल की असलियत सबके सामने है. उन्होंने याद दिलाया कि जब भी राष्ट्रीय पर्व आता है, तब केजरीवाल अपना असली चेहरा दिखाते हैं. सचदेवा ने वर्ष 2014 की उस घटना का उल्लेख किया जब केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस के मौके पर धरना देकर देश की इस महत्वपूर्ण परंपरा की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की थी.
सचदेवा ने स्पष्ट किया कि 26 जनवरी को किन राज्यों की झांकियां शामिल होंगी, इसका निर्णय एक बनाई गई कमेटी करती है, और झांकियों की संख्या भी सीमित होती है. उनका मानना है कि केजरीवाल इस मुद्दे को जानबूझकर भटकाने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में चुनाव नजदीक हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने एक बार फिर अपनी घटिया राजनीति का परिचय दिया है, जिससे वो ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं.
26 जनवरी की गरीमा का अरविंद केजरीवाल कितना ध्यान रखते हैं उसका इतिहास गवाह है।
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 22, 2024
26 जनवरी में किस राज्य की झलकियां शामिल होंगी इसका फैसला एक उच्च स्तरीय कमेटी सुनिश्चित करती है, झांकियों की संख्या सीमित होती है और विषय गैर राजनीतिक होना अनिवार्य है।
अरविंद केजरीवाल बताएं कि आखिर… pic.twitter.com/4YjDNdPyyP
सचदेवा ने सवाल उठाया कि केजरीवाल आखिर झांकी में क्या दिखाना चाहते हैं? क्या वह दिल्ली की टूटी हुई सड़कों को या जलजमाव में डूबने से 62 लोगों की मौत की दुखद कहानी दिखाना चाहते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने पानी खरीदकर पीने की मजबूरी का सामना किया है या जो यमुना में पिछले 10 वर्षों से डूबकी लगाने की बात कर रहे हैं, उसकी बदहाल स्थिति को भी दिखाया जाना चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल के कार्यकाल में दिल्ली में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. जो कुछ भी विकास कार्य हुआ है, वह केंद्र की मोदी सरकार के नेतृत्व में हुआ है, चाहे वह कर्तव्य पथ का निर्माण हो, भारत मंडपम और यशोभूमी का निर्माण हो या फिर सेनाओं को सम्मान देने के लिए बनाए गए वॉर मेमोरियल का मामला हो.
सचदेवा ने सुझाव दिया कि अगर केजरीवाल को लगता है कि दिल्ली की कोई झांकी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होनी चाहिए, तो पहले उन्हें शीशमहल की झांकी दिखानी चाहिए, जो उनके भ्रष्टाचार का परिचय देती है।
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