नई दिल्ली: दिल्ली में हाल ही में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस के एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के हेड कांस्टेबल संजय कुमार को 2 लाख रुपये की अवैध रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इस मामले में आरोप है कि संजय कुमार ने यह राशि अन्य दो पुलिसकर्मियों, एसआई संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ीमल, के लिए ली थी, जो एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में कार्यरत हैं.
घटनाक्रम के अनुसार, हवलदार संजय कुमार ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) में दर्ज एक मामले में शिकायतकर्ता को बचाने के लिए दो लाख रुपये की मांग की थी।.जब उसने यह राशि लेते हुए पैसे की लेन-देन की प्रक्रिया को अंजाम दिया, तब सीबीआई ने उसे पकड़ लिया. यह गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि भले ही पुलिस प्रशासन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही हो, परंतु कुछ पुलिसकर्मी अभी भी इस माहौल में साबित कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं.
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दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी हवलदार संजय कुमार ने रिश्वत लेने की प्रक्रिया में मदद करने के लिए एसआई संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ीमल का सहयोग लिया था. इस्ररूरत के अनुसार, दोनों अधिकारियों को तुरंत निलंबित कर दिया गया है, जबकि इनके पर्यवेक्षक इंस्पेक्टर पंकज को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है. ये कार्रवाइयां इस बात का संकेत देती हैं कि दिल्ली पुलिस इस गंभीर मामले को लेकर गंभीर है और स्थिति को सुधारने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है.
यह मामला दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है और इस बात को उजागर करता है कि कैसे कुछ भ्रष्ट अधिकारी कानून के सही प्रवर्तन की जगह अपनी स्वार्थी इच्छाओं को प्राथमिकता देते हैं. यह घटनाएं समाज में एक नकारात्मक छवि पैदा करती हैं और पुलिस के प्रति जनता का विश्वास कमजोर करती हैं.
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