नई दिल्ली: दिल्ली में अवैध तरीके से दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. इस फैक्ट्री में साइकोट्रोपिक पदार्थ को अवैध तरीके से तैयार किया जाता था. स्पेशल सेल की टीम ने यहां से बड़ी मात्रा में कच्चा माल भी बरामद किया है. स्पेशल सेल की ट्रांस यमुना रेंज के हाथ ये बड़ी कामयाबी लगी है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक की ओर से जानकारी दी गई है कि स्पेशल सेल की ट्रांस यमुना रेंज ने अवैध साइकोट्रोपिक पदार्थ के उत्पादन में शामिल एक अवैध फैक्ट्री का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है और बड़ी मात्रा में कच्चा माल जब्त किया है. इस बरामद रॉ मैटेरियल के जरिए करीब 700 किलोग्राम अल्प्राजोलम (ALPRAZOLAM TABLETS) साइकोट्रोपिक पदार्थ को तैयार किया जा सकता था. स्पेशल सेल की टीम ने अब तक 3 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है.
इस बीच देखा जाए तो दिल्ली पुलिस के नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस की टीम ने भी पिछले दिनों सोनिया विहार पुश्ता रोड स्थित एमसीडी टोल चेकिंग प्वाइंट पर बड़ी मात्रा में अल्प्राजोलम की टैबलेट्स बरामद की थीं. साइकोट्रॉपिक दवा की अवैध थोक सप्लाई करने वाले इंटरस्टेट सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए जिले के स्पेशल स्टाफ ने अल्प्राजोलम दवा की 7 लाख 33 हजार 650 टैबलेट्स बरामद की थी. जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय मार्केट में करीब 28 लाख रुपए आंकी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. यह सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के लोनी (गाजियाबाद), हापुड़ और बुलंदशहर से ताल्लुक रखते थे.
बताया जाता है कि अल्प्राजोलम प्रिस्क्रिप्शन वाली दवा है जिसको बिना किसी डॉक्टर की सलाह के नहीं खरीदा जा सकता है. अल्प्राजोलम दवा को अक्सर डिप्रेशन का इलाज और नशे की दूसरी जरूरतों को पूरा करने में यूज किया जाता है. ये आपके तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करने का काम करती है. यह बेंजोडायजेपाइन नामक दवाओं के समूह से संबंधित है. इस दवा का उपयोग अन्य उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है.