नई दिल्ली: दिल्ली के चांदनी चौक में गुरुवार शाम लगी भीषण आग में व्यापारियों का करोड़ों का माल जलकर खाक हो गया. उत्तरी जिला के डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने कहा कि कटरा मारवाड़ी की करीब 110-120 दुकानें पूरी तरह से आग में जल गई या आंशिक रूप से प्रभावित हुई है. इस मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है.
डीसीपी मीणा के मुताबिक, गुरुवार शाम करीब 5 बजे कटरा मारवाड़ी, चांदनी चौक में आग लगने की पीसीआर कॉल मिली थी. कॉल के मिलने के तुरंत बाद पुलिस और फायर की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद सुरक्षा के लिहाज से आसपास की सभी दुकानों को खाली कराया गया था. डीसीपी ने बताया कि आग की चपेट में 110-120 दुकानें आई हैं. इलाके में अभी फायर फाइटिंग ऑपरेशन जारी है. फायर फाइटिंग ऑपरेशन के दौरान एक फायरमैन भी आग में झुलस गया था. आग किस वजह से लगी थी, यह जांच का विषय है.
सालों से अंडरग्राउंड नहीं की बिजली की तारें- प्रवीण खंडेलवाल: इस बीच देखा जाए तो कटरा मारवाड़ी का अनिल मार्केट पूरी तरह से मलबे में तबदील हो गया है. जिस मार्केट में आग लगी है वहां ज्यादा साड़ी की दुकानें थी. नवनिर्वाचित बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी इस घटना को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया कि सालों से फैले बिजली के तारों को अंडरग्राउंड नहीं करवाया गया. इसकी वजह से आए दिन ऐसी घटनाओं को निमंत्रण मिलता है. उन्होंने प्रभावित व्यापारियों को दिल्ली सरकार की ओर से मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
जेपी अग्रवाल ने किया घटना स्थल का दौरा: उधर, देर शाम चांदनी चौक से पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. उन्होंने व्यापारियों से बातचीत की और घटना पर चिंता जताई है. जय प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि चाँदनी चौक विधानसभा में आए दिन आग लगने की घटनाएं सामने आती है. परन्तु अब तक न तो केंद्र सरकार और न ही दिल्ली सरकार ने इस समस्या का समाधान खोजने की कोशिश की. छोटी गलियां होने के कारण यहाँ पर फायर ब्रिगेड का आना अपने आप में एक चुनौती है. जेपी अग्रवाल ने भी केंद्र एवं दिल्ली सरकार से पीड़ितों को मुआवजे देने की मांग की है.