नई दिल्ली: आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह 2024 की तैयारियों को लेकर दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. राजधानी दिल्ली की सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक न हो, इसको लेकर तमाम राज्यों के साथ तालमेल बनाया जा रहा है. इस कड़ी में बुधवार को एलईए के बीच सहयोग को मजबूत करने और समारोह की तैयारियों से जुड़े तमाम मुद्दों पर दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एक अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की गई.
अध्यक्षता दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने की. इसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर राज्यों के अलावा एनआईए, एनसीबी, एसआईबी, नेटग्रिड और दिल्ली पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने भाग लिया. अधिकारियों ने आतंकी इनपुट और आतंकवाद विरोधी उपायों के साथ-साथ बॉर्डर चेकिंग, संदिग्ध तत्वों के वेरिफिकेशन आदि समेत अन्य मुद्दों पर खुफिया जानकारी साझा की.
ओपन एरिया से पैराग्लाइडर, ड्रोन और अन्य उड़ने वाली वस्तुओं की आवाजाही से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई. किसी भी संदिग्ध वस्तु/वाहन की आवाजाही के बारे में पूर्व सूचना देने पर बल दिया गया. एनसीआर में सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोहों और अवैध ऑर्म्स और नशीले पदार्थों की आपूर्ति से संबंधित घटनाओं पर भी चर्चा की गई. स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान यातायात प्रतिबंध और सीमाओं पर अनधिकृत घुसपैठ को रोकने के लिए योजना बनाई गई है. अन्य राज्यों के अधिकारियों से इसके प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया गया है.
दिल्ली सीपी संजय अरोड़ा ने स्वतंत्रता दिवस के सुचारू आयोजन के लिए विभिन्न उपायों पर विशेष बल दिया है. हाल में रिहा हुए अपराधियों का पता लगाने और उनके सत्यापन के लिए एक अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया. आतंकवादी व कट्टरपंथी पृष्ठभूमि वाले सभी रिहा किए गए अपराधियों पर पैनी नजर रखने और सभी का ब्यौरा रखने की जरूरत है. अवैध ऑर्म्स सप्लाई पर रोक लगाने पर खास चर्चा की गई.
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मीटिंग के दौरान दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर भी जोर दिया, ताकि समय रहते त्वरित कार्रवाई की जा सके. उन्होंने सभी मोडिफाई वर्कशॉप की जांच पड़ताल करने के भी निर्देश दिए हैं. साथ ही यह भी जांच करने के निर्देश दिए हैं कि क्या पिछले 10 दिनों के भीतर कोई वाहन मोडिफाई तो नहीं हुआ है. मोटर व्हीकल थेफ्ट डेटाबेस को पड़ोसी राज्यों के साथ साझा करने का भी निर्देश दिया गया है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने उन कोरियरों की जांच करने पर भी बल दिया जिनमें पिछले 2 माह में गैर-विशिष्ट पते वाले कूरियर वितरित किए गए थे. साथ ही बांग्लादेशी अपराधियों के सत्यापन पर भी दिया जाए. इसके अलावा सीपी दिल्ली संजय अरोड़ा ने सभी संबंधित लोगों से संदिग्ध तत्वों पर नजर रखने और किसी भी विनाशक एक्टिविटी का पहले से अनुमान लगाने के लिए ह्यूमन इंटेलिजेंस का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल करने को भी कहा है.