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दिल्ली पुलिस और NIA को मिली बड़ी कामयाबी, पंजाब के VHP नेता हत्याकांड में शामिल हथियार सप्लायर गिरफ्तार - VHP leader murder case - VHP LEADER MURDER CASE

VHP leader murder case: दिल्ली पुलिस और एनआईए ने संयुक्त अभियान के तहत लुधियाना से धर्मेंद्र कुमार उर्फ कुणाल को गिरफ्तार किया, जो वीएचपी नेता विकास बग्गा की हत्या में शामिल था. कुणाल ने ही मध्य प्रदेश से हथियार खरीदकर हमलावरों को दिए थे. एनआईए ने पाया कि पहले भी वह अवैध हथियारों की सप्लाई कर चुका है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 19, 2024, 6:34 PM IST

Updated : Aug 19, 2024, 8:13 PM IST

नई दिल्ली: पंजाब में वीएचपी नेता विकास प्रभाकर उर्फ ​​विकास बग्गा की हाई-प्रोफाइल हत्या में इस्तेमाल किए गए अवैध हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने वाले एक प्रमुख आरोपी को रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के साथ समन्वित अभियान में गिरफ्तार किया. आरोपी धर्मिंदर कुमार उर्फ ​​कुणाल (जो आरसी-06/2024, एनआईए, डीएलआई मामले में वांछित था) को एनआईए और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीमों ने लुधियाना, पंजाब में गिरफ्तार किया. उसे आईपीसी, यूए(पी) एक्ट और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया है.

13 अप्रैल को रूपनगर जिले में हुई थी हत्याः स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी पीएस कुशवाहा के अनुसार, इसी साल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नांगल अध्यक्ष बग्गा की 13 अप्रैल, 2024 को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल में उनकी हलवाई की दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एनआईए ने 9 मई, 2024 को राज्य पुलिस से मामला अपने हाथ में ले लिया. उसके बाद उस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए NIA स्पेशल सेल के साथ मिलकर लगातार काम कर रही थी. इसी जॉइंट अभियान के तहत टीम ने आरोपी धर्मेंद्र कुमार उर्फ कुणाल को गिरफ्तार किया है.

यह भी पढ़ें- टेरर फंडिंग मामले के दोषी यासिन मलिक ने हाईकोर्ट में कहा- अपनी दलीलें खुद रखूंगा, अगली सुनवाई 15 सितंबर को

एनआईए जांच में पता चला था कि उसने मध्य प्रदेश से अवैध हथियार और गोला-बारूद खरीदा था और विदेश में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर कुमार उर्फ ​​सोनू के निर्देश पर उसे ग्राउंड शूटरों को सप्लाई किया था. शूटरों की पहचान मंदीप कुमार उर्फ ​​मंगली और सुरिंदर कुमार उर्फ ​​रीका के रूप में हुई है, जो दोनों एसबीएस नगर, पंजाब के निवासी हैं. उन्हें 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. वहीं, दो अन्य आरोपियों, फरार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के गुर्गों हरजीत सिंह उर्फ ​​लाधी और कुलवीर सिंह उर्फ ​​सिद्धू की तलाश जारी है, जिनकी गिरफ्तारी पर 10-10 लाख रुपये का नकद इनाम रखा गया है.

यह भी पढ़ें- 15 अगस्त से पहले दिल्ली में ISIS का आतंकी गिरफ्तार, NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में था शामिल

नई दिल्ली: पंजाब में वीएचपी नेता विकास प्रभाकर उर्फ ​​विकास बग्गा की हाई-प्रोफाइल हत्या में इस्तेमाल किए गए अवैध हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने वाले एक प्रमुख आरोपी को रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के साथ समन्वित अभियान में गिरफ्तार किया. आरोपी धर्मिंदर कुमार उर्फ ​​कुणाल (जो आरसी-06/2024, एनआईए, डीएलआई मामले में वांछित था) को एनआईए और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीमों ने लुधियाना, पंजाब में गिरफ्तार किया. उसे आईपीसी, यूए(पी) एक्ट और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया है.

13 अप्रैल को रूपनगर जिले में हुई थी हत्याः स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी पीएस कुशवाहा के अनुसार, इसी साल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के नांगल अध्यक्ष बग्गा की 13 अप्रैल, 2024 को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल में उनकी हलवाई की दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एनआईए ने 9 मई, 2024 को राज्य पुलिस से मामला अपने हाथ में ले लिया. उसके बाद उस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए NIA स्पेशल सेल के साथ मिलकर लगातार काम कर रही थी. इसी जॉइंट अभियान के तहत टीम ने आरोपी धर्मेंद्र कुमार उर्फ कुणाल को गिरफ्तार किया है.

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एनआईए जांच में पता चला था कि उसने मध्य प्रदेश से अवैध हथियार और गोला-बारूद खरीदा था और विदेश में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर कुमार उर्फ ​​सोनू के निर्देश पर उसे ग्राउंड शूटरों को सप्लाई किया था. शूटरों की पहचान मंदीप कुमार उर्फ ​​मंगली और सुरिंदर कुमार उर्फ ​​रीका के रूप में हुई है, जो दोनों एसबीएस नगर, पंजाब के निवासी हैं. उन्हें 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. वहीं, दो अन्य आरोपियों, फरार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के गुर्गों हरजीत सिंह उर्फ ​​लाधी और कुलवीर सिंह उर्फ ​​सिद्धू की तलाश जारी है, जिनकी गिरफ्तारी पर 10-10 लाख रुपये का नकद इनाम रखा गया है.

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Last Updated : Aug 19, 2024, 8:13 PM IST
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