नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद अब दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. दिल्ली के तीन प्रमुख पार्टियों बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के द्वारा लगातार विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यक्रम किए जा रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस लगातार आम आदमी पार्टी की नाकामियों को जनता के सामने रख रही है. साथ ही अपने संगठन को भी मजबूत कर रही है. इस कड़ी में दिल्ली कांग्रेस भी अपने दिल्ली में खोए हुए जनाधार को वापस लाने के लिए लगातार कार्यक्रम कर रही है.
प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव विभिन्न कार्यक्रमों के माध्य से संगठन को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वे लगातार जिला कांग्रेस कमेटी की मीटिंग कर रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को दक्षिणी दिल्ली जिले की मीटिंग हुई. इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने का आह्वान कार्यकर्ताओं से किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली के जनहित के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाए.
देवेंद्र यादव ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन हुआ था. दिल्ली में गठबंधन नहीं है. आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी दिल्ली में मजबूती से सभी 70 सीटों पर लड़ेगी. कांग्रेस नेता खविंद्र सिंह कैप्टन ने बताया कि आज दक्षिणी जिला कांग्रेस कमेटी की मीटिंग हुई है. इसमें हमारे प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए हैं. उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरा है और जो दिल्ली के मुद्दे हैं, जनता जिनसे जूझ रही है. उन मुद्दों को लगातार उठाने को कहा है.
बता दें, दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने शनिवार को पटपड़गंज जिले के जिला मीटिंग में शामिल हुए थे. इस दौरान भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि आप कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लग जाएं. उन्होंने कहा कि कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय थी कि लोकसभा में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया जाए, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर जनता और देश हित को देखते हुए गठबंधन हुआ. लेकिन अब गठबंधन नहीं है.