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16 साल बाद मां को मिला 'जिगर का टुकड़ा', खुशी में छलके आंसू, दुलार कर ले गई घर - dehradun police kidnapped youth

Dehradun kidnapped Youth 16 साल बाद जब मां अपने बेटे से मिली तो उसकी आंखें डबडबा गई और अपने जिगर के टुकड़े को पाकर उसकी खुशी का ठिकाना ना रहा. महिला ने बेटे के मिलने पर पुलिस का धन्यवाद किया और बेटे को लेकर घर गई.

Dehradun kidnapped Youth
पुलिस ने बेटे को मां से मिलाया (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 1, 2024, 7:00 PM IST

Updated : Jul 2, 2024, 8:35 AM IST

देहरादून: 16 सालों से लापता बेटे को उसकी मां से मिलाकर दून पुलिस ने मानवता का फर्ज निभाया है. 5 दिन पहले एक युवक द्वारा पुलिस कार्यालय में आकर लगभग 16 साल पहले 9 साल की आयु में एक व्यक्ति द्वारा उसका अपहरण कर राजस्थान में किसी अनजान जगह पर ले जाने की जानकारी दी गई थी. साथ ही अपने अपने परिजनों के संबंध में युवक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा था. एएचटीयू की टीम द्वारा सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवक के संबंध में प्रसारित किया था.

बता दें कि 25 जून को एक व्यक्ति द्वारा पुलिस कार्यालय स्थित एएचटीयू के कार्यालय में आकर बताया कि उसे करीब 16 साल पहले जब उसकी आयु करीब 9 साल थी तो एक व्यक्ति द्वारा घर के पास से उठाकर राजस्थान में किसी अनजान जगह पर ले जाया गया. जहां उनके द्वारा उससे भेड़-बकरी चराने का कार्य करवाया जाता था. वर्तमान में किसी व्यक्ति की सहायता से वह देहरादून पहुंचा पर उसे अपने घर का पता और परिजनों के सम्बंध में कोई जानकारी याद नहीं है और न ही उसे अपना असली नाम याद है. उसे यह याद था कि उसके पिताजी की परचून की दुकान थी और घर पर उसकी माता सहित 4 बहनें थी. लेकिन किसी का नाम याद नहीं था.

जिस पर पुलिस द्वारा युवक के रुकने और खाने की व्यवस्था करते हुए, सोशल मीडिया और पम्पलेट के माध्यम से व्यक्ति की जानकारी से जनपद के सभी थानों को बताते हुए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में युवक के परिजनों की तलाश के निर्देश दिये गए. वहीं आम जनता से भी युवक के परिजनों को ढूंढने में सहयोग प्रदान करने की अपील भी की गई थी. एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि आज बंजारावाला निवासी एक महिला आशा शर्मा पत्नी कपिल देव शर्मा द्वारा समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को पढ़कर एएचटीयू कार्यालय में आकर जानकारी दी गई कि उनका बेटा जिसका नाम मोनू था, साल 2008 में घर से गायब हो गया था.

उनके द्वारा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य कई स्थानों पर उसको काफी तलाश किया गया, लेकिन उसके संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई. जिस पर युवक को महिला से मिलवाया गया, तो महिला द्वारा बताई गई बातों को याद करते हुए युवक द्वारा महिला की पहचान अपनी मां के रूप में की गई. साथ ही भावुक होकर अपनी मां को गले लगाया. 16 सालों बाद अपने खोये हुए बेटे को वापस पाकर महिला ने पुलिसवालों को आशीर्वाद दिया.

पढ़ें-बनभूलपुरा किशोरी लापता केस, मुंबई ले जाने की फिराक में थे मामा-भांजा, पहले भी कर चुके हैं कांड

देहरादून: 16 सालों से लापता बेटे को उसकी मां से मिलाकर दून पुलिस ने मानवता का फर्ज निभाया है. 5 दिन पहले एक युवक द्वारा पुलिस कार्यालय में आकर लगभग 16 साल पहले 9 साल की आयु में एक व्यक्ति द्वारा उसका अपहरण कर राजस्थान में किसी अनजान जगह पर ले जाने की जानकारी दी गई थी. साथ ही अपने अपने परिजनों के संबंध में युवक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा था. एएचटीयू की टीम द्वारा सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से युवक के संबंध में प्रसारित किया था.

बता दें कि 25 जून को एक व्यक्ति द्वारा पुलिस कार्यालय स्थित एएचटीयू के कार्यालय में आकर बताया कि उसे करीब 16 साल पहले जब उसकी आयु करीब 9 साल थी तो एक व्यक्ति द्वारा घर के पास से उठाकर राजस्थान में किसी अनजान जगह पर ले जाया गया. जहां उनके द्वारा उससे भेड़-बकरी चराने का कार्य करवाया जाता था. वर्तमान में किसी व्यक्ति की सहायता से वह देहरादून पहुंचा पर उसे अपने घर का पता और परिजनों के सम्बंध में कोई जानकारी याद नहीं है और न ही उसे अपना असली नाम याद है. उसे यह याद था कि उसके पिताजी की परचून की दुकान थी और घर पर उसकी माता सहित 4 बहनें थी. लेकिन किसी का नाम याद नहीं था.

जिस पर पुलिस द्वारा युवक के रुकने और खाने की व्यवस्था करते हुए, सोशल मीडिया और पम्पलेट के माध्यम से व्यक्ति की जानकारी से जनपद के सभी थानों को बताते हुए अपने-अपने थाना क्षेत्रों में युवक के परिजनों की तलाश के निर्देश दिये गए. वहीं आम जनता से भी युवक के परिजनों को ढूंढने में सहयोग प्रदान करने की अपील भी की गई थी. एसएसपी अजय सिंह ने बताया है कि आज बंजारावाला निवासी एक महिला आशा शर्मा पत्नी कपिल देव शर्मा द्वारा समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को पढ़कर एएचटीयू कार्यालय में आकर जानकारी दी गई कि उनका बेटा जिसका नाम मोनू था, साल 2008 में घर से गायब हो गया था.

उनके द्वारा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य कई स्थानों पर उसको काफी तलाश किया गया, लेकिन उसके संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई. जिस पर युवक को महिला से मिलवाया गया, तो महिला द्वारा बताई गई बातों को याद करते हुए युवक द्वारा महिला की पहचान अपनी मां के रूप में की गई. साथ ही भावुक होकर अपनी मां को गले लगाया. 16 सालों बाद अपने खोये हुए बेटे को वापस पाकर महिला ने पुलिसवालों को आशीर्वाद दिया.

पढ़ें-बनभूलपुरा किशोरी लापता केस, मुंबई ले जाने की फिराक में थे मामा-भांजा, पहले भी कर चुके हैं कांड

Last Updated : Jul 2, 2024, 8:35 AM IST
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