देहरादून: उत्तर भारत में सक्रिय अंतरराज्यीय बाबा अमरीक गिरोह के मुख्य सरगना बाबा अमरीक उर्फ मलकीत को थाना राजपुर पुलिस ने हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया है. आरोपी अपने गुर्गों के साथ मिलकर अलग-अलग राज्यों में कई लोगों के साथ अरबों रुपए की धोखाधड़ी कर चुका है. उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड के अलावा कई राज्यों की पुलिस को लम्बे समय से बाबा अमरीक की तलाश कर रही थी. गिरफ्तारी के बाद कई राज्यों की पुलिस पूछताछ के लिए थाना राजपुर पहुंची. पुलिस इस गैंग के 5 सदस्यों को पहले ही जेल भेज चुकी है.
बता दें 21 मार्च 2024 को गोविन्द पुंडीर ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है. पुंडीर ने पुलिस को बताया कि अगस्त 2023 में अमजद अली जो पहले जाखन में वेल्डिंग का कार्य करता था, वो अदनान नाम के व्यक्ति के साथ उनके बड़े भाई उपेन्द्र थापली से मिला. दोनों ने बताया था कि महाराष्ट्र के नादेड के बहुत बड़े बाबा अमरीक सिंह स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन देख रहे हैं. उन्होंने एक शर्त भी रखी थी कि जिस जमीन को वो खरीदेंगे उसकी मिट्टी पहले बाबा को उपलब्ध करानी होगी. बाबा खरीदने वाली जमीन की मिट्टी चेक करते हैं. उसके बाद ही जमीन खरीदते हैं.
पीड़ित ने अमजद अली के कहे अनुसार तीन जमीनों के मिट्टी उन्हें उपलब्ध करा दी. अगस्त 2023 के दूसरे सप्ताह में अमजद अली, अदनान के साथ दोबारा पीड़ित के पास आया. उसने कहा जो मिट्टी उनके द्वारा दी गई थी, वह पास नहीं हुई है. 18 सितंबर 2023 को अमजद अली, राम अग्रवाल, सचिन गर्ग उर्फ छोटा काणा, मुकेश गर्ग उर्फ बड़ा काणा, सुमित बंसल, अर्जुन शेखावत, रणवीर, अदनान आदि सभी लोग पीड़ित के पास पुरकुल गांव, देहरादून आये. उन्होंने कहा कुछ किसान कनराल हरियाणा में अपनी जमीन बेच रहे हैं. जिसकी मिट्टी बाबा ने पास कर दी है. जमीन का बयाना कर लें, ताकि वे उसे आगे बाबा को बेच सकें. सभी लोगों ने कहा बाबा की संस्था में कार्य करने के कारण वह जमीन की सीधी खरीद फरोख्त नहीं कर सकते. उनके द्वारा पीड़ित को अपने साथ साझेदार बनाने और जमीन की खरीद फरोख्त में मोटा मुनाफा होने का लालच दिया गया. जिस पर पीड़ित ने विश्वास कर अलग-2 समय पर उन्हें लगभग 15 करोड़ रुपये दिये.जब पीड़ित द्वारा आरोपियों के संबंध में और अधिक जानकारी की गयी तो पता चला की आरोपियों द्वारा गिरोह बनाकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तराखंड समेत कई राज्यों में इसी प्रकार से कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
थाना राजपुर प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया आरोपी अमरीक सिंह अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जमीन के नाम पर फर्जीवाड़ा करता था. लंबे समय से पुलिस को अमरीक गिरोह के मुख्य सरगना की तलाश थी. उन्होंने बताया आरोपी को राजपुर पुलिस ने हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया है.