सीतापुर: सिधौली मिश्रिख मार्ग पर कोनीघाट पुल के नीचे सोमवार को मिले मृत गौवशों के शव में हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी ने 24 घंटे में ही बढ़ा एक्शन लिया. जिलाधिकारी ने बीडीओ गोंदलामऊ और बीडीओ सिधौली को तत्काल प्रभाव से हटाकर जिला मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया है. इनके स्थान पर नए बीडीओ को कार्यभार सौंप दिया है.
मालूम हो कि सोमवार को सिधौली-मिश्रिख मार्ग पर कोनीघाट पुल के नीचे बह रही सरायन नदी में लगभग 50 निराश्रित गौवंशों के शव उतराते हुए मिले थे. शवों की सूचना पाते ही आस पास क्षेत्र के हिंदू सगंठन के नेता और ग्रामीणों ने कई घंटों तक जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था. आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर प्रदर्शन समाप्त कराया था.
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मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम अनुज सिंह ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीडीओ सिधौली संदीप कुमार प्रथम और गोंदलामऊ बीडीओ अवध प्रताप सिंह को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया है. इनके स्थान पर मछरेहटा बीडीओ अरुण कुमार वर्मा और गोंदलामऊ में मिश्रिख बीडीओ प्रवीन जीत को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. डीएम ने पूरे मामले की जांच उच्चस्तरीय कमेटी से कराने के निर्देश दिए हैं. सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट आते हुए जिला प्रशासन जल्द ही अन्य लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेगा. देर शाम तक गोंदलामऊ-सिधौली के एडीओ पंचायतों पर भी कार्रवाई किए जाने की तैयारी की जा रही थी.
चार जेसीबी ने निकाले शव: मृत गौवंशों और अन्य मवेशियों के शव इतने ज्यादा थे कि उन्हें निकालने के लिए चार जेसीबी लगानी पड़ी. एनडीआरएफ की टीम ने नदी में जाल डाला, तब जाकर गौवंशों के शव निकल पाए. मंगलवार को सीबीओ डॉ. वीरेन्द्र कुमार सीबीओ के साथ डॉ. आलोक शुक्ला गोदलामऊ, डॉ. उमेश कुमार डिप्टी सीबीओ सिंधौली, डॉ ज्ञानेंद्र कमलापुर, डॉ. बीनाथ मिश्रिख, डॉ. रवी प्रकाश जलालपुर नमूना अधिकारी और राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमें, एडीआरएफ टीम कमांडर इंस्पेक्टर चन्द्रेश्वर लखनऊ, एसआई जीतेन्द्र सिंह बरेली टीम प्रभारी और उनके साथ टीम में लगभग 36 कर्मचारी शामिल रहे. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा.
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