भरतपुर. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ा मोहल्ला से धुलंडी के दिन 25 मार्च को एक 12 वर्षीय बच्ची अचानक लापता हो गई थी. पुलिस और परिजन लगातार चार दिन से बच्ची की तलाश कर रहे थे. इसी बीच एक अनजान नंबर से कॉल आया और दो हजार की फिरौती मांगी गई, लेकिन शुक्रवार सुबह बच्ची का शव शहर की सुजान गंगा नहर में तैरता मिला. अब पुलिस बच्ची की मौत की गुत्थी को सुलझाने में जुटी है.
कोतवाली थाना प्रभारी रामस्वरूप ने बताया कि बड़ा मोहल्ला निवासी होती सिंह उर्फ पप्पू जाटव ने थाने में अपनी 12 वर्षीय बच्ची वंदना के 25 मार्च को लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत दर्ज होने के बाद से ही पुलिस बच्ची की तलाश कर रही थी.
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वहीं, एक दिन पहले परिजनों को किसी अनजान नंबर से कॉल आया और उसने बच्ची का पता बताने के लिए दो हजार रुपए की फिरौती मांगी. इसके बाद अब शुक्रवार सुबह सुजान गंगा नहर से बच्ची की लाश मिली. शव की शिनाख्त लापता वंदना के रूप में हुई है. थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है. घटना की गहनता से जांच की जा रही है. साथ ही जिस मोबाइल नंबर से फिरौती के लिए कॉल आया था, उसका भी पता लगाया जा रहा है. मोबाइल नंबर की लोकेशन मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के खारोन की बताई जा रही है. इसके बाद पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने वहां के लिए एक पुलिस टीम रवाना कर दी है.
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परिजनों ने लगाई थी डांट : मृतक बच्ची वंदना के पिता होती सिंह मजदूरी करते हैं. 25 मार्च को धुलंडी के दिन वंदना अपनी सहेली को गुलाल लगाकर घर लौटी थी और इसी दौरान परिजनों ने उसे डांट दिया था. उसके बाद बच्ची ने अपनी सहेली, मां और पिता के मोबाइल नंबर कॉपी में लिखा और फिर एकदम से लापता हो गई थी.