जयपुर : राजधानी में वाल्मीकि समाज से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर रखा है. इसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था चरमराती हुई नजर आई. बावजूद इसके अनुभव प्रमाण पत्र बनाने को लेकर निर्धारित नियमों में स्वायत्त शासन विभाग की ओर से किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया और बुधवार को सफाई कर्मचारी पद के लिए ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख में बीत गई. हालांकि, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की यूडीएच मंत्री के साथ हुई वार्ता के बाद गुरुवार को अनुभव प्रमाण पत्र बनाने में शिथिलता और आवेदन भरने की तारीख एक बार फिर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.
मांग पूरी नहीं होने तक कार्य बहिष्कार जारी : संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर जयपुर शहर में दूसरे दिन भी सफाई कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर कार्य बहिष्कार जारी रखा. सभी वार्डों में कर्मचारियों ने हाजरीगाह पर प्रर्दशन किया और फिर यूनियन के कार्यकारिणी सदस्यों ने यूडीएच मंत्री झाबर सिंह जी खर्रा से मुलाकात की. यूनियन ने सफाई कर्मचारी भर्ती में अनुभव प्रमाण पत्र में आ रही समस्या के बारे में यूडीएच मंत्री को अवगत कराया. इस संबंध में संगठन के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने संघ को आश्वस्त किया कि सफाई कर्मचारी भर्ती में आ रही समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा. यूनियन की मांग पर सकारात्मक फैसला लिया जाएगा. मंत्री ने आगामी वार्ता के लिए यूनियन को गुरुवार सुबह 11 बजे बुलाया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सफाई कर्मचारी यूनियन की मांग पूरी नहीं होने तक सफाई कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा.
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वहीं, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के इलेक्शन अनाउंस होने के साथ ही यूनियन भंग होने के सवाल पर डंडोरिया ने कहा कि यूनियन भंग करना अधिकारियों का काम नहीं. यूनियन कर्मचारियों की है. मध्यस्थता करने और पारदर्शी तरीके से चुनाव संपन्न हो, इसलिए अधिकारियों को शामिल किया गया है. वहीं, निगम के कर्मचारी होने के बावजूद एक समाज विशेष का प्रोटेस्ट निगम परिसर में कराए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां एक-एक कर्मचारी चार-चार कर्मचारियों का काम कर रहा है. ऐसे में रिक्त पदों पर भर्ती की मांग यूनियन करती आई है और उसी के आधार पर ये भर्ती हो रही है.