मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेंद्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से 17 जनवरी को एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई. बेटे की मौत के बाद एक पिता को उसका शव पिकअप गाड़ी में ले जाना पड़ा. इस मंजर को देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े होने लगे. यह पूरा मामला प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक श्यामबिहारी जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र का है.
शव वाहन नहीं मिलने के मामले ने पकड़ा तूल: मनेंद्रगढ़ जिला अस्पताल में शव वाहन नहीं मिलने के मामले में कांग्रेस सरकार पर हमलावर बनी हुई है. कांग्रेस के जिला महामंत्री राजकुमार केशरवानी ने इस घटना पर सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हाल ही में शव को ले जाने के लिए वाहन ना मिलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. मनेंद्रगढ़ में इस तरह की पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है. कुछ दिनों पहले एक गर्भवती महिला को खाट में लेकर आया गया. स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था है. मीडिया के जरिए ये मांग है कि स्वास्थ्य विभाग की मूलभूत सुविधाएं जरूर लोगों को मिले.
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है. भाजपा नेता और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा ने कहा कि मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र में किसी तरह की लापरवाही नहीं होगी. कांग्रेस कार्यकाल में अस्पताल से बच्चे को कुत्ता उठाकर ले जाता था. लेकिन अभी ऐसी स्थिति नहीं है. कांग्रेस के पास कोई काम नहीं है इसलिए आरोप लगा रही है. शव वाहन नहीं मिलने की बात मंत्री तक पहुंचाई जाएगी और आगे ऐसी घटना ना हो इसका ध्यान रखा जाएगा.
एमसीबी जिला अस्पताल के बीएमओ ने किया किनारा: मनेंद्रगढ़ जिला अस्पताल के बीएमओ एसएस सिंह शव को पिकअप गाड़ी में ले जाने के मामले से अनजान नजर आए. उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात बताई. बीएमओ ने कहा कि अस्पताल से किसी ने इस बात की सूचना उन्हें नहीं दी, साथ ही इस बात का आश्वासन दिया कि आगे पूरी कोशिश रहेगी कि इस तरह की अव्यवस्था ना हो.