सुकमा: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली अब नाबालिग की भी जान ले रहे हैं. मुखबिर के शक में नक्सलियों ने नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया. घटना मंगलवार रात जगरगुंडा पुलिस थाने के अंतर्गत पुवर्ती गांव में हुई. पीड़ित की पहचान सोयम शंकर के रूप में की गई.
नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में नाबालिग की हत्या की: सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया " नाबालिग की उम्र 16 साल है और वह दंतेवाड़ा जिले के पालनार इलाके के एक सरकारी स्कूल में पढ़ता था.करीब एक सप्ताह पहले परिवार की एक महिला सदस्य की मौत के बाद पुवर्ती आया था. इसी दौरान नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी. प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि नक्सलियों ने किशोर को पुलिस का मुखबिर होने के संदेह में मार डाला."
एसपी ने बताया-"जानकारी मिली है कि शंकर के बड़े भाई सोयम सीताराम (19) की भी 5-6 दिन पहले उसी गांव में नक्सलियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी. परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था. हालांकि, इस सूचना की अभी पुष्टि नहीं हुई है." एसपी ने बताया कि "नक्सलियों के डर से शंकर का परिवार गांव छोड़कर कहीं और चला गया है. हत्या की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर भेजी गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया."
नक्सली हिडमा का गांव में हत्या की वारदात: पुवर्ती गांव खूंखार नक्सली नेता और माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर 1 के पूर्व कमांडर हिडमा और मौजूदा कमांडर बरसे देवा का गृह गांव है. पीएलजीए बटालियन नंबर 1 की संरचना दक्षिण बस्तर में सुरक्षाकर्मियों पर कई घातक हमलों को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है. पुलिस ने इस साल फरवरी में पुवर्ती में मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का चेकअप किया था.
SOURCE-PTI