दौसा : जिले के पापड़दा क्षेत्र स्थित काली खाड़ गांव में बोरवेल में गिरा आर्यन 55 घंटे से अधिक समय से अंदर फंसा हुआ है. हालांकि, उसे बाहर निकालने का प्रयास अभी तक सफल नहीं हो सके हैं, लेकिन आर्यन के सकुशल बाहर निकलने की उम्मीद अभी भी बनी हुई है. इस दौरान आर्यन की मां गुड्डी देवी की आंखों के आंसू सूख चुके हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार आर्यन को बचाने के प्रयास में जुटी हुई है और उसकी ऑक्सीजन सप्लाई भी जारी रखी गई है, ताकि उसे सांस लेने में कोई परेशानी न हो.
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार मंगलवार रात 2 बजे के बाद से आर्यन की कोई हलचल नजर नहीं आई. इसके बाद एक मशीन में तकनीकी खराबी आ गई. बुधवार तड़के तीन बजे से सवाईमाधोपुर से बुलाई गई पाइलिंग मशीन से खुदाई का काम शुरू किया गया और 11 बजे तक मशीन ने करीब 115 फीट तक खुदाई कर ली, लेकिन मशीन में फिर से खराबी आ गई, जिससे खुदाई का काम प्रभावित हो गया. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें फिर भी अपनी पूरी कोशिश कर रही हैं और बोरवेल से आर्यन को बाहर निकालने के लिए प्रयास जारी हैं.
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टनल से बाहर निकालने की तैयारी : दूसरी पाइलिंग मशीन जयपुर से मंगवाई गई, जो करीब 3 बजे घटनास्थल पर पहुंची और शाम को 7 बजे से खुदाई का काम फिर से शुरू किया गया. इस मशीन से 9 बजे तक करीब 142 फीट गहरी खुदाई की गई है. फिलहाल, खुदाई का काम जारी है. खुदाई पूरी होने के बाद गड्ढे में लोहे के पाइप डाले जाएंगे. पहले पाइप को काटकर उसमें एक होल बनाया जाएगा और फिर अन्य पाइपों को गड्ढे में डाला जाएगा. इसके बाद एनडीआरएफ के जवान सुरक्षा उपकरणों के साथ बोरवेल के अंदर उतरेंगे और एक टनल बनाकर आर्यन तक पहुंचने की कोशिश करेंगे. टनल बनाने के बाद एनडीआरएफ के जवान आर्यन को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश करेंगे.
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक अभी तक रेस्क्यू ऑपरेशन का कोई निश्चित समय नहीं है, लेकिन टीम रात भर उसे बाहर निकालने की कोशिश करेगी. मौके पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि आर्यन को सकुशल बाहर निकाला जा सके और उसे कोई परेशानी न हो.