दंंतेवाड़ा: पोंदुम गांव के बाजार पारा में 1 सितंबर को शाम करीब 3:30 बजे घर के आंगन में झूले में सोए 6 महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया गया. बाइक सवार 2 युवक बच्चे को उठाकर ले गए. पूरे मामले को सर्व आदिवासी समाज ने संज्ञान में लिया. 7 दिन बाद 7 सितंबर को आदिवासी समाज सड़क पर उतरे और पुलिस प्रशासन पर सुस्ती बरतने का आरोप लगाया.
सर्व आदिवासी समाज का दंतेवाड़ा बंद: पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद धरना प्रदर्शन बंद किया गया. समाज के लोगों ने कहा कि इस मामले को पुलिस गंभीरता से लेते हुए बच्चे को जल्द से जल्द ढूंढे. समाज के लोगों ने बच्चे को ढूंढकर नहीं लाने पर 14 सितंबर को दंतेवाड़ा जिला बंद करने की चेतावनी दी. अल्टीमेटम की अवधि पूरी होने के बाद भी बच्चा अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है. जिसके बाद समाज के लोगों ने 14 सितंबर को बंद का आह्वान किया. जिसके बाद शनिवार को दंतेवाड़ा जिला बंद रहा. व्यापारियों ने भी सर्व आदिवासी समाज के बंद को समर्थन दिया और अपनी दुकानें बंद रखी.
6 महीने के बच्चे को ढूंढकर लाने वाले को इनाम: घर से बच्चे की किडनेपिंग के मामले में दंतेवाड़ा पुलिस और प्रशासन भी गंभीर है. जिला प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर अपील की है कि जिस किसी व्यक्ति को बच्चे की जानकारी हो पुलिस को सूचना दें. पुलिस प्रशासन ने बच्चे की जानकारी देने वाले व्यक्ति को ₹10000 इनाम देने की घोषणा की है. बच्चे की तलाश जारी है.