बलरामपुर: जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में एक महिला की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी का इंतजाम करना दलित प्रधान को महंगा पड़ गया. पुलिस की मौजूदगी में दूसरे प्रधान ने जेसीबी से दलित प्रधान के घर के सामने गहरी खाई खुदवा दी. दलित प्रधान के घर के सामने की जमीन को खलिहान की बताया गया. इससे दलित प्रधान के घर आने-जाने का रास्ता ही बंद हो गया. अब इस मामले में दलित प्रधान के पति मेवालाल ने पुलिस के साथ ही सीएम योगी से भी गुहार लगाई है. जबकि मामला संज्ञान में आने पर बीजेपी विधायक पलटू राम ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए हैं.
बफावां गांव की ग्राम प्रधान के पति मेवालाल के मुताबिक राजघाट ककरा गांव में दलित महिला की शनिवार रात मृत्यु हो गई थी. उससे मृतका के पति ने सूखी लकड़ी की मांग की, ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके. बताया कि रविवार को बफावां गांव के पोखरे के पास आम की सूखे पेड़ की टहनियों को काट रहे थे, तभी बगल के राजघाट ककरा के ग्राम प्रधान सुनील सिंह पहुंचे. आरोप है कि ग्रामीणों से अभद्रता करते हुए पेड़ कटवाने का विरोध किया. दोनों प्रधानों के बीच में बहस हो गई.
मेवालाल के मुताबिक नाराज होकर दबंग ग्राम प्रधान ने उन्हें ग्रामीणों के सामने अपमानित किया गया. जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया. मेवालाल ने बताया कि इसके बाद भी दबंग ग्राम प्रधान मन नहीं भरा. रविवार शाम उसके घर के सामने की जमीन को खलिहान की बताकर 112 नंबर पुलिस कर्मियों को बुलाया लिया. इसके बाद खुद खड़े होकर जेसीबी से करीब 25 फीट लंबी, 8 फीट गहरी खाई खोदवा दी.
पीड़ित दलित प्रधान प्रतिनिधि मेवालाल ने शिकायत प्रार्थना पत्र थाना कोतवाली नगर व मुख्यमंत्री पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाया है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. इस घटना से दलित प्रधान का परिवार सहमा हुआ है और उसने सुरक्षा एवं इंसाफ की गुहार लगाई है. वहीं इस मामले में एएसपी नम्रता श्रीवास्तव का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में आया है. इसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.