मेरठ: अभिनेता से सांसद बने अरुण गोविल और उनकी पत्नी श्रीलेखा गोविल ने 11 लाख परिवारों को रामायण पहुंचाने का संकल्प लिया है. इस खास रामायण में पीएम मोदी की भी चिट्ठी को जगह दी गई है. साथ ही भाजपा सांसद अपने संसदीय क्षेत्र से ही घर - घर रामायण पहुंचाकर लोगों का जीवन बदलने का लक्ष्य लेकर ग्रामीण अंचल से शहर तक जाएंगे. सैकड़ों वर्ष के इंतजार के बाद अयोध्या में बीते वर्ष 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. दो दिन बाद इस अनुष्ठान को एक वर्ष पूरा होने वाला है.
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के मेरठ हापुड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरुण गोविल ने अनूठा प्रयास करते हुए खास शुरुआत का संकल्प लिया है. अब वह घर - घर रामायण पहुंचाएंगे. वह भी कोई दस बीस, पचास या फिर हजार या दो हजार परिवारों को ही नहीं, बल्कि 11 लाख परिवारों तक रामायण पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में सांसद अरुण गोविल और उनकी पत्नी ने बताया कि इस रामायण को पढ़ने से लोगों को विस्तार से रामायण की जानकारी होगी. दूसरा परिवार क्या होता है परिवार में किस तरह से रहा जाता है. लोगों को इस बारे में पता चलेगा.
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सांसद अरुण गोविल ने बताया कि प्रयास बेशक नया है, लेकिन आज जो हमारे परिवारों में विघठन हो रहा है, उसे रोकने के लिए कहीं न कहीं से तो किसी न किसी को शुरुआत करनी ही पड़ेगी. लोगों को समझाना पड़ेगा, बताना पड़ेगा कि परिवार में अगर सुख शांति रहती है तो जीवन में बहुत सुख रहता है. सुख का असर मानसिक रूप में ही नहीं फिजिकली भी पड़ता है. वह कहते हैं कि निगेटिविटी अगर हमारे जीवन में कम होती है तो हमें बहुत सारी बीमारियां नहीं होतीं.
घर रामायण अभियान की शुरुआत 22 जनवरी से शुरु करेंगे. उन्होंने बताया कि उनका इसकी शुरुआत अपनी लोकसभा सीट के किठौर और हापुड़ से की जाएगी. हालांकि हिन्दी तिथि के मुताबिक उन्होंने 11 जनवरी को ही इस अभियान की शुरुआत कर दी है. बिजेपी सांसद अरुण गोविल ने बताया कि खासतौर पर उनकी और उनकी पत्नी की ये कोशिश है कि सबसे पहले अपने संसदीय क्षेत्र के देहात क्षेत्रों में गांवों तक पहुंचाया जाए. उन्होंने बताया कि वह कोशिश करेंगे कि बिना किसी तामझाम के सामान्य ढंग से देहात क्षेत्रों में जाकर घर घर रामायण पहुंचे. सांसद अरुण गोविल ने बताया कि हर भाषा में वह ऐसे जरूरतमंदों को रामायण उपलब्ध कराएंगे. उनका लक्ष्य है कि वह एक वेबसाइट भी बनाएंगे. इसके अलावा कैम्प ऑफिस में भी वह रामायण रखेंगे. जो भी आकर लेना चाहते हैं वह यहां भी आ सकते हैं.
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