राजसमंद. मिडिल स्कूल के शिक्षक से कॉल के जरिए करीब डेढ़ लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में साइबर थाना पुलिस राजसमंद की टीम ने शातिर आरोपी को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर ठगी के रुपए भी बरामद कर लिए.
साइबर थाना प्रभारी व डीएसपी पार्थ शर्मा ने बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल पासुनिया के शिक्षक देशराज मीणा से 10 जनवरी को ठगी होने के बाद 13 जनवरी को प्रकरण दर्ज हुआ. साइबर थाने के उप निरीक्षक सुरेन्द्रसिंह शक्तावत, उप निरीक्षक सुवालाल, कांस्टेबल तिलकेश, मिन्टू, सीता व इन्द्रचंद झारखंड के झामताड़ा पहुंचे, जहां स्थानीय पुलिस की मदद से सुपाईडीह, जिला झामताड़ा निवासी विनोद मंडल पुत्र गिरधारी मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आरोपी से ठगी की राशि भी बरामद कर ली.
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इस तरह हुई थी ऑनलाइन ठगी : साइबर थाना प्रभारी और पुलिस उप अधीक्षक पार्थ शर्मा ने बताया कि जगनपुरा, रावल, कंडेरा, जिला सवाई माधोपुर हाल राजसमंद जिले में खमनोर के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल पासुनिया के शिक्षक देशराज पुत्र बत्तीलाल मीणा ने साइबर थाने में 13 जनवरी 2024 को रिपोर्ट दी. बताया कि 10 जनवरी को उसके मोबाइल पर कॉल आया और अज्ञात व्यक्ति ने आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड शाखा का कर्मचारी बताते हुए कहा कि आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चालू हो गई.
इस पर शिक्षक ने कहा कि मैंने तो कोई पॉलिसी चालू ही नहीं करवाई. सामने से युवक ने कहा कि अगर आप नहीं चाहते हैं, तो आपके मोबाइल में बैंक का एक एप्प इंस्टॉल करके आप खुद पॉलिसी को बंद कर सकते हैं. इस पर आरोपी वाट्सएप पर एक एक्सेज एप्प भेज देता है. शिक्षक उस एप्प को अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर लेता हैं. इसके बाद शिक्षक के मोबाइल का कंट्रोल आरोपी के पास चला गया, फिर आरोपी ने उसके बैंक खाते से 9 हजार, फिर 49 हजार व अलग-अलग किश्तों में उसके क्रेडिट कार्ड से पैसा निकाल लिए.
साइबर ठगी हो तो डायल करें 1930 : राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति के साथ ऑनलाइन साइबर ठगी हो जाए तो तत्काल राष्ट्रीय साइबर ठगी हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल करके सूचना दी जा सकती है. आवश्यक जानकारी देकर एक बार उनके बैंक खाते से गई राशि को रोका जा सकता है. साथ ही कुछ दस्तावेज औपचारिकताएं पूरी करके रुपए वापस पीड़ित के खाते में लाए जा सकते हैं.