जयपुर : देवउठनी एकादशी के बाद प्रदेशभर में बंपर शादियां हैं. ऐसे में साइबर ठगों ने शादियों के निमंत्रण पत्र को भी साइबर ठगी का जरिया बना लिया है. आपको किसी अनजान नंबर से शादी का कार्ड वाट्सएप पर आता है तो खुश होने के बजाए सतर्क होने की जरूरत है. कार्ड खोलते ही साइबर ठग आपके बैंक खाते में सेंध लगा सकते हैं और पालक झपकते ही आपका बैंक खाता खाली हो सकता है.
दरअसल, साइबर ठग फ्रॉड और ठगी की वारदातों को अंजाम देने के लिए रोज अपनी तरकीब बदल रहे हैं और अब शादियों के सीजन में निमंत्रण पत्र के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. ऐसे मामले सामने आने के बाद राजस्थान पुलिस ने आमजन के लिए एडवाइजरी जारी कर खास एहतियात और सतर्कता बरतने की अपील की है.
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शादियों के माहौल में साइबर ठगों ने शादी कार्ड को ठगी का जरिया बना लिया है।
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) November 16, 2024
ठगों की ओर से #WhatsApp मैसेज के जरिए शादी कार्ड की फाइल भेजी जा रही है जिसे डाउनलोड करने पर डिवाइस में अनधिकृत ऐप सक्रिय हो जाता है और सारे डेटा को ठगों तक पहुंचा देता है जिसके माध्यम से ठग ठगी को अंजाम… pic.twitter.com/taj7MRfY3z
फाइल डाउनलोड करते ही पहुंच जाती है डिटेल : राजस्थान पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि शादियों के माहौल में साइबर ठगों ने शादी के कार्ड को ठगी का जरिया बना लिया है. ठगों की ओर से वाट्सएप मैसेज के जरिए शादी कार्ड की फाइल भेजी जा रही है, जिसे डाउनलोड करने पर डिवाइस में अनधिकृत एप्लिकेशन सक्रिय हो जाता है और सारा डाटा को ठगों तक पहुंचा देता है. इसके माध्यम से साइबर ठग फ्रॉड की वारदातों को अंजाम देते हैं.
अनजान नंबर से आए अटैचमेंट को करें इग्नोर : आमतौर पर किसी भी अनजान नंबर से आए अटैचमेंट में क्या जानकारी है, यह पता लगाने के लिए उसे डाउनलोड करना ही पड़ता है. फाइल डाउनलोड करते ही मोबाइल में खुफिया एप सक्रिय होने से आपकी सारी जानकारी साइबर ठगों तक पहुंच रही है. ऐसे में पुलिस ने अनजान नंबर से वाट्सएप पर आई किसी भी फाइल को डाउनलोड करने से बचने की सलाह दी है. साथ ही ऐसा कोई मैसेज आने या ठगी की वारदात होने पर ऐसे मामले की सूचना तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या cybercrime.gov.in पर देने की भी अपील की है.