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पार्सल में ड्रग्स होने का डर दिखाकर युवती से 11.50 लाख की साइबर ठगी - CYBER ​​FRAUD OF RS 11 LAKH

नोएडा में साइबर ठगों ने विदेश भेजे जा रहे पार्सल में आपत्तिजनक सामान होने का डर दिखाकर महिला से 11.50 लाख की ठगी कर ली.

युवती से 11.50 लाख की साइबर ठगी
युवती से 11.50 लाख की साइबर ठगी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 15, 2024, 8:47 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य आपत्तिजनक सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों ने युवती से साढ़े ग्यारह लाख रुपये ठग लिए. ठगों के कहने पर युवती ने पांच लाख रुपये का पर्सनल लोन भी लिया. ठगी की जानकारी होने के बाद युवती ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की. युवती को ठगों ने स्काइप कॉल के जरिये करीब 20 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा. जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है.

अनजाने नंबर से आए कॉल में पार्सल रद्द करने की कही बात: मंगलवार को दी शिकायत में सेक्टर-44 स्थित गॉर्डन ग्लोरी सोसाइटी निवासी रिद्धिमा गोयल ने बताया कि बीते दिनों उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया. जैसे ही युवती ने कॉल उठाई एक ऑटोमेटेड मैसेज के जरिये उसे बताया कि गया कि उसके इंटरनेशनल फेडेक्स पार्सल को निरस्त कर दिया गया है. इसके बाद कॉल कस्टमर केयर के अधिकारियों को ट्रांसफर कर दी गई.

पीड़िता को कई विभागों की टीम से कॉल पर कराई गई बात: युवती को बताया गया कि उसके नाम से जो पार्सल विदेश जा रहा था, उसे मुंबई पोर्ट पर पकड़ा गया है. उसमें ड्रग्स सहित अन्य आपत्तिजनक सामान है. युवती ने जब कहा कि उसने कोई पार्सल भेजा ही नहीं है तो कॉल मुंबई साइबर क्राइम थाने के लिए ट्रांसफर कर दी गई. यहां के एक पुलिसकर्मी ने कॉल नारकोटिक्स मुंबई के अधिकारी को कॉल ट्रांसफर की. इसके बाद युवती को ड्रग्स की तस्करी करने के आरोप में जेल जाने की धमकी दी गई और स्काइप कॉल से जुड़ने के लिए बाध्य किया गया.

पीड़िता को स्काइप कॉल से जुड़ने के लिए किया बाध्य: युवती को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद कॉल सीधे डीजीपी को ट्रांसफर कर दी गई. कथित डीजीपी ने महिला की छवि को बर्बाद करने की धमकी दी. बताया गया कि उसकी जिंदगी खतरे में है. इस दौरान शिकायतकर्ता को बताया कि उसके आधारकार्ड का लिंक आठ करोड़ रुपये के धन शोधन केस में हुआ है. इसके बाद खातों की जांच के लिए महिला से सेविंग अकाउंट में जमा सारी रकम ठगों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. जांच के बाद रकम मूल खाते में फिर से लौटाने की बात कथित अधिकारियों द्वारा कही गई. महिला ने ठगों द्वारा बताए गए खाते में साढ़े छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.

पांच लाख रुपये का लोन लेने का बनाया दवाब :इसके बाद जेल जाने से बचने के लिए पांच लाख रुपये और ट्रांसफर करने के लिए कहा गया . महिला ने जब कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं तो ठगों ने पर्सनल लोन लेने के लिए कहा. महिला ने पांच लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया और ठगों द्वारा बताए गए खाते में फिर से रकम ट्रांसफर कर दी. जब महिला पर और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा, तब उसे ठगी की आशंका हुई. उसके बाद उसने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की. युवती ने बताया कि ठगों ने स्कॉइप कॉल पर जुड़ने के बाद किसी से बात नहीं करने दी. धमकी दी गई कि उसका मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. ऐसे में अगर कोई बात लीक हुई तो युवती के साथ ही उसके परिवार को भी जेल जाना होगा.

ये भी पढ़ें : शेयर बाजार में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर दो लोगों से करीब डेढ़ करोड़ की ठगी

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नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य आपत्तिजनक सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों ने युवती से साढ़े ग्यारह लाख रुपये ठग लिए. ठगों के कहने पर युवती ने पांच लाख रुपये का पर्सनल लोन भी लिया. ठगी की जानकारी होने के बाद युवती ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की. युवती को ठगों ने स्काइप कॉल के जरिये करीब 20 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा. जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है.

अनजाने नंबर से आए कॉल में पार्सल रद्द करने की कही बात: मंगलवार को दी शिकायत में सेक्टर-44 स्थित गॉर्डन ग्लोरी सोसाइटी निवासी रिद्धिमा गोयल ने बताया कि बीते दिनों उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया. जैसे ही युवती ने कॉल उठाई एक ऑटोमेटेड मैसेज के जरिये उसे बताया कि गया कि उसके इंटरनेशनल फेडेक्स पार्सल को निरस्त कर दिया गया है. इसके बाद कॉल कस्टमर केयर के अधिकारियों को ट्रांसफर कर दी गई.

पीड़िता को कई विभागों की टीम से कॉल पर कराई गई बात: युवती को बताया गया कि उसके नाम से जो पार्सल विदेश जा रहा था, उसे मुंबई पोर्ट पर पकड़ा गया है. उसमें ड्रग्स सहित अन्य आपत्तिजनक सामान है. युवती ने जब कहा कि उसने कोई पार्सल भेजा ही नहीं है तो कॉल मुंबई साइबर क्राइम थाने के लिए ट्रांसफर कर दी गई. यहां के एक पुलिसकर्मी ने कॉल नारकोटिक्स मुंबई के अधिकारी को कॉल ट्रांसफर की. इसके बाद युवती को ड्रग्स की तस्करी करने के आरोप में जेल जाने की धमकी दी गई और स्काइप कॉल से जुड़ने के लिए बाध्य किया गया.

पीड़िता को स्काइप कॉल से जुड़ने के लिए किया बाध्य: युवती को डिजिटल अरेस्ट करने के बाद कॉल सीधे डीजीपी को ट्रांसफर कर दी गई. कथित डीजीपी ने महिला की छवि को बर्बाद करने की धमकी दी. बताया गया कि उसकी जिंदगी खतरे में है. इस दौरान शिकायतकर्ता को बताया कि उसके आधारकार्ड का लिंक आठ करोड़ रुपये के धन शोधन केस में हुआ है. इसके बाद खातों की जांच के लिए महिला से सेविंग अकाउंट में जमा सारी रकम ठगों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया. जांच के बाद रकम मूल खाते में फिर से लौटाने की बात कथित अधिकारियों द्वारा कही गई. महिला ने ठगों द्वारा बताए गए खाते में साढ़े छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.

पांच लाख रुपये का लोन लेने का बनाया दवाब :इसके बाद जेल जाने से बचने के लिए पांच लाख रुपये और ट्रांसफर करने के लिए कहा गया . महिला ने जब कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं तो ठगों ने पर्सनल लोन लेने के लिए कहा. महिला ने पांच लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया और ठगों द्वारा बताए गए खाते में फिर से रकम ट्रांसफर कर दी. जब महिला पर और पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा, तब उसे ठगी की आशंका हुई. उसके बाद उसने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की. युवती ने बताया कि ठगों ने स्कॉइप कॉल पर जुड़ने के बाद किसी से बात नहीं करने दी. धमकी दी गई कि उसका मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. ऐसे में अगर कोई बात लीक हुई तो युवती के साथ ही उसके परिवार को भी जेल जाना होगा.

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