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ये है साइबर ठगों के स्‍कैम का तरीका! गाजियाबाद में 9 महीने में 84 करोड़ रुपए का फ्रॉड, ऐसे करें बचाव - GHAZIABAD CYBER FRAUD

-गाजियाबाद में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सबसे ज्यादा फ्रॉड -साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को किया जा रहा है जागरूक

शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सबसे ज्यादा फ्रॉड
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सबसे ज्यादा फ्रॉड (etv bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 13, 2024, 3:58 PM IST

Updated : Dec 13, 2024, 11:01 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में हर दिन सैकड़ों लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. खास बात यह है कि समय के अनुसार साइबर ठग भी नई-नई फ्रॉड करने की तरकीब खोज रहे हैं. यही वजह है कि शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम से संबंधित साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं. शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट पर मोटा रिटर्न देने का लालच देकर लोगों की गाढ़ी कमाई साइबर ठग लूट रहे हैं. टेलीग्राम के मामले भी तेजी के साथ बढ़े हैं. इंटरनेट पर टास्क पूरा कर पैसा कमाने का झांसा देकर साइबर ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं.

साइबर ठगी से बचने का सबसे पहले उपाय जागरुकता है. पर्याप्त रूप से व्यक्ति जागरूक होगा तो वह आसानी से साइबर ठगी के झांसे नहीं आएगा. गाजियाबाद में लगातार साइबर ठगी को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. विभिन्न स्कूल, कॉलेज, RWA आदि में पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जागरूकता ना होने के कारण ही लोग आसानी से साइबर ठग की बहकावे में आ जाते हैं. लोगों को डर दिखाकर ठगी की जाती है या फिर मोटा पैसा कमाने का लालच देकर जाल में फसाया जाता है.

ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम
ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम (ETV BHARAT GFX)

84 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड: गाजियाबाद में 28 फरवरी 2024 को साइबर थाना शुरू हुआ था. साइबर थाना शुरू होने के बाद अब तक कुल 348 FIR साइबर फ्रॉड की दर्ज हुई है. करीब 57 आरोपियों को पुलिस द्वारा 9 महीने में गिरफ्तार किया गया. बीते 9 महीने में गाजियाबाद के लोगों के साथ करीब 84 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड हुआ है. गाजियाबाद पुलिस द्वारा ठगी की करीब 18 करोड़ रुपए की रकम पीड़ितों को उनके खाते में वापस कराई गई है. शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम टास्किंग के नाम पर सबसे ज्यादा साइबर फ्रॉड की घटनाएं सामने आई है.

गाजियाबाद में धोखाधड़ी के मामले
गाजियाबाद में धोखाधड़ी के मामले (ETV BHARAT GFX)

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शेयर ट्रेडिंग के नाम पर कैसे होती है ठगी: गाजियाबाद में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सबसे ज्यादा फ्रॉड किया गया है. साइबर ठगों द्वारा सोशल मीडिया पर पेड एड्स चलाए जाते हैं. पेड ऐड्स में दिखाया जाता है कि कम वक्त में कैसे इन्वेस्टमेंट पर मोटा रिटर्न कमाया जा सकता है. सोशल मीडिया एड्स के माध्यम से साइबर ठग लोगों की डिटेल्स हासिल करते हैं. इसके बाद लोगों से संपर्क किया जाता है.

ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम
ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम (ETV BHARAT GFX)

शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से कैसे बचें:

  • शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से बचने का सबसे पहला तरीका यह है कि लालच में न आएं.
  • अगर आपके पास फ्री में शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के तरीके सीखाने का कोई ऑफर सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म के माध्‍यम से आए तो उसे स्‍वीकार न करें.
  • निवेश से पहले संबंधित पोर्टल या कंपनी की प्रामाणिकता की जांच करें.
  • अनजान आदमी के कहने पर कहीं भी पैसे न लगाएं.
  • देश में जेरोधा, ग्रो और ऐसे ही अन्‍य बहुत से प्‍लेटफार्म हैं, इनके माध्‍यम से शेयर बाजार में निवेश करें.
  • ऐसी घटनाओं की तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत करें.

टेलीग्राम टास्किंग के नाम पर कैसे होती है ठगी: सोशल मीडिया पर साइबर ठगों द्वारा घर बैठे इंटरनेट पर काम कर पैसे कमाने का झांसा दिया जाता है. लोगों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से लीड्स हासिल ही जाती हैं. शुरुआत में जब लोग जुड़ जाते हैं तो उन्हें गूगल रिव्यू समेत विभिन्न प्रकार की टास्क दी जाती है. विश्वास जीतने के लिए साइबर ठगों द्वारा शुरुआत में टास्क पूरा करने पर पेमेंट खाते में डाल दिया जाता है.

  • ये भी पढ़ें:

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में हर दिन सैकड़ों लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. खास बात यह है कि समय के अनुसार साइबर ठग भी नई-नई फ्रॉड करने की तरकीब खोज रहे हैं. यही वजह है कि शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम से संबंधित साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं. शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट पर मोटा रिटर्न देने का लालच देकर लोगों की गाढ़ी कमाई साइबर ठग लूट रहे हैं. टेलीग्राम के मामले भी तेजी के साथ बढ़े हैं. इंटरनेट पर टास्क पूरा कर पैसा कमाने का झांसा देकर साइबर ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं.

साइबर ठगी से बचने का सबसे पहले उपाय जागरुकता है. पर्याप्त रूप से व्यक्ति जागरूक होगा तो वह आसानी से साइबर ठगी के झांसे नहीं आएगा. गाजियाबाद में लगातार साइबर ठगी को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. विभिन्न स्कूल, कॉलेज, RWA आदि में पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जागरूकता ना होने के कारण ही लोग आसानी से साइबर ठग की बहकावे में आ जाते हैं. लोगों को डर दिखाकर ठगी की जाती है या फिर मोटा पैसा कमाने का लालच देकर जाल में फसाया जाता है.

ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम
ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम (ETV BHARAT GFX)

84 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड: गाजियाबाद में 28 फरवरी 2024 को साइबर थाना शुरू हुआ था. साइबर थाना शुरू होने के बाद अब तक कुल 348 FIR साइबर फ्रॉड की दर्ज हुई है. करीब 57 आरोपियों को पुलिस द्वारा 9 महीने में गिरफ्तार किया गया. बीते 9 महीने में गाजियाबाद के लोगों के साथ करीब 84 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड हुआ है. गाजियाबाद पुलिस द्वारा ठगी की करीब 18 करोड़ रुपए की रकम पीड़ितों को उनके खाते में वापस कराई गई है. शेयर ट्रेडिंग और टेलीग्राम टास्किंग के नाम पर सबसे ज्यादा साइबर फ्रॉड की घटनाएं सामने आई है.

गाजियाबाद में धोखाधड़ी के मामले
गाजियाबाद में धोखाधड़ी के मामले (ETV BHARAT GFX)

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शेयर ट्रेडिंग के नाम पर कैसे होती है ठगी: गाजियाबाद में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर सबसे ज्यादा फ्रॉड किया गया है. साइबर ठगों द्वारा सोशल मीडिया पर पेड एड्स चलाए जाते हैं. पेड ऐड्स में दिखाया जाता है कि कम वक्त में कैसे इन्वेस्टमेंट पर मोटा रिटर्न कमाया जा सकता है. सोशल मीडिया एड्स के माध्यम से साइबर ठग लोगों की डिटेल्स हासिल करते हैं. इसके बाद लोगों से संपर्क किया जाता है.

ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम
ये है साइबर ठगों का पसंदीदा स्‍कैम (ETV BHARAT GFX)

शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से कैसे बचें:

  • शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड से बचने का सबसे पहला तरीका यह है कि लालच में न आएं.
  • अगर आपके पास फ्री में शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के तरीके सीखाने का कोई ऑफर सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म के माध्‍यम से आए तो उसे स्‍वीकार न करें.
  • निवेश से पहले संबंधित पोर्टल या कंपनी की प्रामाणिकता की जांच करें.
  • अनजान आदमी के कहने पर कहीं भी पैसे न लगाएं.
  • देश में जेरोधा, ग्रो और ऐसे ही अन्‍य बहुत से प्‍लेटफार्म हैं, इनके माध्‍यम से शेयर बाजार में निवेश करें.
  • ऐसी घटनाओं की तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत करें.

टेलीग्राम टास्किंग के नाम पर कैसे होती है ठगी: सोशल मीडिया पर साइबर ठगों द्वारा घर बैठे इंटरनेट पर काम कर पैसे कमाने का झांसा दिया जाता है. लोगों को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से लीड्स हासिल ही जाती हैं. शुरुआत में जब लोग जुड़ जाते हैं तो उन्हें गूगल रिव्यू समेत विभिन्न प्रकार की टास्क दी जाती है. विश्वास जीतने के लिए साइबर ठगों द्वारा शुरुआत में टास्क पूरा करने पर पेमेंट खाते में डाल दिया जाता है.

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Last Updated : Dec 13, 2024, 11:01 PM IST
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