पटनाः बिहार के पटना में पुलिस ने 8 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई अलग-अलग हुई है. एक मामले में 6 अपराधी गिरफ्तार हुए हैं, ये सभी तेलंगाना से आकर पटना के रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र में लोगों बेवकूफ बना रहे थे. लोन के नाम पर ठगी करते थे. दो अपराधी को पटना के बहादुरपुर से गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों साइबर ठग एपीके एप के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे.
"तेलंगाना से आ कर पटना में रह कर अपराध करने वाले 6 साइबर ठग को गिरफ्तार किया गया है. सभी फाइनेंस कंपनी के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे. फर्जी विज्ञापन देकर लोगों को फंसाते थे. इसके बाद फर्जी कागजात भी बनाए जा रहे थे. पुलिस ने कई फर्जी कागजात बरामद किए है. वहीं दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है." -राघवेंद्र मणि त्रिपाठी, साइबर डीएसपी
मोबाइल नंबर ट्रेस के बाद कार्रवाईः पुलिस के अनुसार गिरफ्तार ठगों के पास से 32 मोबाइल के साथ इंटरनेट राऊटर के अलावा कई सामान बरामद हुए हैं. साइबर डीएसपी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि राजधानी पटना में कुछ साइबर ठग फर्जी फाइनेंस कंपनी के नाम पर ठगी कर रहे हैं. पुलिस को एक मोबाइल नंबर मिला. इसे ट्रैक कर छापेमारी की. उक्त स्थल पर पहुंचते ही पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. इसका आंकलन किया जा रहा है कि अब तक कितने की ठगी की गयी है.
नालंदा का निकला सरगनाः पुलिस के अनुसार पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि इनका सरगना नालंदा का रहने वाला है. इसमें प्रदीप कुमार उर्फ सूरज कुमार और शंभू शामिल है. इसने 6 युवकों को 20 हजार महीना पर पटना मेट्रो में नौकरी दिलाने के लिए बुलाया था. आने के बाद इन लोगों को साइबर फ्रॉड के काम में लगा दिया. ठगी की ट्रेनिंग के बाद बीते दो महीने से पटना में साइबर फ्रॉड करते थे.
अंतरराज्यीय साइबर गिरोह के 06 सदस्य गिरफ्तार!
— Patna Police (@PatnaPolice24x7) December 1, 2024
दिनांक 30.11.24 को सोशल मीडिया के माध्यम से बजाज फाइनेंस कंपनी के नाम से लोन-देने हेतु लोगों को फर्जी कागजात भेजकर उनसे ठगी करने में संलिप्त 06 साइबर क्राइम अपराधियों को #रामकृष्णानगर थाना के लक्ष्मीनगर रोड़ नंबर 3 में एक मकान से… pic.twitter.com/U5tTDP6vKu
कैसे करते थे ठगीः साइबर डीएसपी ने बताया कि इन लोगों को ठगी की ट्रेनिंग दी गयी थी. फेसबुक पर लोन का विज्ञापन पोस्ट किए जाते थे. जिसे लोन चाहिए होता था वह फोन करता था. ज्यादातर कॉल तेलांगना से आता था. स्थानीय होने के कारण आसानी से लोगों को चूना लगा लेते थे.
एप के माध्यम से ठगीः दूसरी ओर पुलिस ने दो और साइबर अपराधियों को बहादुरपुर से गिरफ्तार किया है. एपीके एप के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. बता दें कि हालिया दिनों में साइबर ठग ने कदम कुआं थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला को डिजिटल अरेस्ट कर लगभग 3 करोड रुपए की ठगी की थी. पटना के लोदीपुर के रहने वाले एक बुजुर्ग से लगभग 64 लख रुपए की ठगी की गयी. साइबर अपराधी द्वारा डिजिटल अरेस्ट करके अपने आप को बड़े अधिकारी बताकर घटना को अंजाम दिया था.
यह भी पढ़ेंः
- यह भी पढ़ेंः 'जामताड़ा' बना बिहार का यह जिला! विभिन्न राज्यों में करोड़ों की ठगी, 3 साल से चल रहा कॉल सेंटर
- 500 करोड़ की ठगी का टार्गेट, फेल होने पर मेढ़क से भरे कमरे में रखकर दिया इलेक्ट्रिक शॉर्ट, कंबोडिया से लौटे शुभम की आपबीती
- एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर पैसे निकालने वाले गिरोह के चार अपराधी गिरफ्तार, ठगी की ली थी ट्रेनिंग
- बिहार के गोपालगंज में NIA की छापेमारी, कंबोडिया में मानव तस्करी और साइबर ठगी से जुड़ा है मामला
- 'नोट बनाने' का सामान बेचने वाला दो ठग गिरफ्तार, पैसा दोगुना करने की चाह रखने वालों को ऐसे फंसाता था जाल में