कानपुर: रक्षा क्षेत्र में बेहतर शोध कार्यों के बाद सार्थक और सफल परिणाम मिल सकें, इसके लिए अब छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज और स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के साथ डीएमएसआरडीई कानपुर के विशेषज्ञ एक साथ काम करेंगे. सोमवार को विवि में दोनों ही संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ अकादमिक भवन में हुए कार्यक्रम के दौरान सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक और डीएमएसआरडीई के निदेशक डॉ. मयंक द्विवेदी ने हस्ताक्षर किए. इस मौके पर कुलपति डॉ.विनय कुमार पाठक ने संकाय सदस्यों और छात्रों को डीएमएसआरडीई के सहयोग से महत्वपूर्ण शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया.
डॉ. मयंक द्विवेदी ने इंटर्नशिप, संयुक्त परियोजना और प्रकाशन के संदर्भ में सहयोग देने की बात कही. डीएमआरडीई और सीएसजेएमयू दोनों मिलकर अनुसंधान संबंधी गतिविधियां संचालित करेंगे. वे एक साथ कार्यशालाओं और सम्मेलनों का आयोजन करेंगे.
कुलपति प्रो.पाठक ने स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज और यूआईईटी के शिक्षकों को निर्देशित करते हुआ कहा,इस प्रकार का अकादमिक कार्यक्रम तैयार किया जाए जिससे डीएमएसआरडीई के वैज्ञानिकों के अनुभवों से छात्र लाभ ले सकें. अकादमिक कार्यक्रम को छात्र केंद्रित बनाया जाए, ताकि हम भविष्य में इस सेक्टर में भी अपने छात्रों को अधिक से अधिक संसाधन मुहैया करा सकें. यह छात्रों को रोजगार, नवाचार और अनुसंधान के नए अवसर मुहैया कराएगा.
प्रो.पाठक ने सभी अतिथियों का विश्वविद्यालय में स्वागत करते हुए कहा कि जल्द ही भविष्य में दोनो संस्थान एक साझा कार्यक्रम भी कराएंगे. यहां डीएमएसआरडीई से वैज्ञानिक डॉ. किंगसुक मुखौपाध्याय और डॉ.अमित सरैया उपस्थित थे.
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