रामपुर: सोमवार को रामपुर में सीआरपीएफ जवान धर्मेंद्र यादव उर्फ भूरा यादव की गोली मारकर हत्या कर दी. वह 28 साल का था. मंगलवार को सीआरपीएफ जवान धर्मेंद्र यादव के पिता जोगेंदर सिंह ने कहा कि कुछ लोग उसके सीआरपीएफ में काम करने के कारण चिढ़ते थे. इसी वजह से उनके बेटे की हत्या कर दी गयी. सीआरपीएफ के डीआईजी सुभाष चंद्र ने मंगलवार को पिता से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
सीआरपीएफ के जवान धर्मेंद्र के पिता जोगेंदर यादव ने कहा क पड़ोस के रहने वाले हर स्वरूप का परिवार उनसे जलता था. यह नौकरी कर रहे हैं. हम क्यों नहीं कर रहे हैं. मेरा बेटा फौज में है. इस बात से यह लोग जलते थे. मेरे तीन लड़के हैं. एक की शादी हुई है. दो की शादी नहीं हुई है. मेरे दूसरे बेटे ने भी पुलिस में फॉर्म डाल रखा है. मेरा बेटा धर्मेंद्र छुट्टी पर आया हुआ था. सोमवार को उसको वापस जाना था. वह तीन साल से सीआरपीएफ में नौकरी कर रहा था. वह छत्तीसगढ़ में तैनान था और देश की सेवा ही कर रहा था।
जनपद रामपुर के स्वार थानाक्षेत्र की नगर पंचायत मसवासी के गांव रहमतगंज में सोमवार की रात दो भाइयों के बीच विवाद हो गया था. इसमें बीच बचाव करने के लिए सीआरपीएफ जवान धर्मेंद्र यादव पहुंचा. इस दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी. सीआरपीएफ जवान की हत्या के मामले में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. गोली चलाने वाला धर्मेंद्र यादव का रिश्ते का भाई बताया जा रहा है.