भोजपुर: जन विश्वास यात्रा के तहत भोजपुर के जगदीशपुर में लोगों को संबोधित कर रहे तेजस्वी यादव के मंच के सामने कार्यकर्ताओं की भीड़ गुरुवार की देर शाम अचानक बेकाबू हो गई. सभा स्थल पर अफरातफरी मच गई. आरोप लगा कि तेजस्वी यादव अपनी जनसभा में तीन घंटे लेट से पहुंचे. इस कारण ही राजद समर्थक आक्रोशित हो गए और जमकर हंगामा करने लगे. कुछ समर्थकों ने कुर्सियां तोड़ दी.इससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
भोजपुर में तेजस्वी यादव की सभा में भीड़ बेकाबू: बताया जाता है कि तीन घंटा से ज्यादा समय से इंतजार करते समर्थक एकाएक बेकाबू हो गए. तेजस्वी यादव जैसे ही स्टेज पर पहुंचे वैसे ही स्टेज और नीचे समर्थक बेकाबू हो गई. मंच पर तेजस्वी यादव के स्कियूरिटी भी समर्थकों को कंट्रोल नहीं कर पाई. इधर दर्शक दीर्घा में भीड़ बेकाबू हो गई और सभी लोग कुर्सी पर खड़े हो गए. जिसके बाद धक्कामुक्की होने लगी और अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
17 माह के काम से नीतीश घबरा गये: सभा को तेजस्वी यादव ने भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि "17 महीने में जो मैंने कर दिखाया है, उसी से नीतीश जी घबरा गए थे और फिर उन्होंने पलटी मार दी. तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग विपक्ष में थे. तब नीतीश कुमार हाथ पैर जोड़ते हुए आए और मेरे पिता लालू यादव से कहा कि भाजपा मेरे पार्टी को तोड़ना चाहती है." इसलिए अब हम लोग मिलकर सरकार चलाएंगे.तब मैंने उनकी बात मान ली थी, लेकिन जैसे ही 17 महीने हुए हम लोग पहले जो वादा किया था. नौकरी देने का उसमें नौकरी देने लगे. तबतक चाचा जी पलट गए.
नीतीश के पास विजन नहीं: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बुजुर्ग हो चुके है. उनके पास कोई विजन नही है. हम विजन ले कर आये तो मुख्यमंत्री जी घबरा गए और पलटी मार दिए. मुख्यमंत्री से अब बिहार नहीं चलने वाला है. इसके अलावे बिहार में हुए 17 महीने के सभी कार्यों को गिनवाते हुए बोले कि आरक्षण का दायरा हमने बढ़ाया, जातीय जनगणना हमने कराया, जो मेडल लाएगा वो नौकरी पायगा ये स्कीम भी मेरे द्वारा लाया गया है. ये सब देख नीतीश कुमार घबरा गए और पलटी मार दिए.
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