बगहा: मौसम विभाग ने हीट वेव और लू को लेकर अलर्ट जारी किया है. लोगों से बचाव और सतर्कता बरतने की अपील भी की जा रही है. इसी क्रम में नेपाल और उतर प्रदेश की सीमा पर स्थित पश्चिम चम्पारण जिला में भी कड़ी धूप और उमस भरी गर्मी का व्यापक असर देखा जा रहा है. लिहाजा मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में शय्या वार्ड की व्यवस्था की है.
बगहा में हीट वेव का अलर्ट: बगहा में तापमान 40 से पार पहुंचने के बाद गर्मी की तपिश से लोग बेचैन हैं और यही वजह है कि मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. खासकर फूड प्वाइजनिंग और लूज मोशन के मरीज अस्पताल में ज्यादा पहुंच रहे हैं. ऐसे में अनुमंडलीय अस्पताल में लू शय्या वार्ड बनाया गया है, जहां मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
ठंडे फलों और शरबत के दुकानों में भीड़: बता दें कि इस भीषण चिलचिलाती गर्मी में लोग सत्तू, नींबू पानी, लस्सी और कोल्डड्रिंक के दुकानों पर खूब जुट रहे हैं. साथ ही तरबूज, खरबूज, खीरा और ककड़ी जैसे फलों की दुकानों पर भी ग्राहकों की खूब भीड़ उमड़ रही है. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ तारिक नदीम ने बताया कि विगत कुछ दिनों से बगहा में फूड पॉइजिंग व डायरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है, इसलिए इससे बचाव जरूरी है.
"मरीजों को बुखार, उल्टी, फूड प्वाइजनिंग और लूज मोशन की शिकायत रह रही है. इसमें अधिकांशतः बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. इसलिए खाना कम खाएं, लेकिन पानी और जूस का सेवन अधिक करने की जरूरत है. बिना किसी खास वजह के दोपहर में घरों से बाहर निकलने से बचना होगा. साथ ही घर से बाहर निकलने की मजबूरी हो तो सिर और चेहरे को ढंक कर रखे."- डॉ तारिक नदीम, चिकित्सा पदाधिकारी, अनुमंडल अस्पताल बगहा
गर्मी से लोग परेशान: वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जून माह में सबसे कड़ाके की गर्मी पड़ती है, लेकिन अभी अप्रैल महीने में ही गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इससे पूर्व के वर्षों में अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस तक जाता था, लेकिन इस वर्ष अप्रैल माह में ही पारा 40 से ऊपर पहुंच जा रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोग बीमार पड़ रहे हैं.