मंडी: जिले में बीते दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से लोग परेशान हैं. इस बारिश से अब तक 10 करोड़ 81 लाख रुपये का नुकसान हो गया है. वहीं, एक महिला की भी जान चली गई. मंडी जिला के सुंदरनगर में प्रदेशभर में सर्वाधिक 100 एमएम बारिश दर्ज की गई.
एडीसी मंडी रोहित राठौर ने जानकारी देते हुए बताया "बारिश के कारण जिले भर में सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति का 10 करोड़ 81 लाख रुपये का नुकसान आंका गया है. वहीं, एक महिला की मौत भी इस दौरान हुई. यह मौत गोहर उपमंडल के तहत आने वाले शाला गांव में हुई है."
सीएचसी कटौला को पहुंचा नुकसान:
सीएचसी कटौला में नाले का पानी आने से भवन को नुकसान पहुंचा है. वहीं, कटौला के पास बहने वाली खड्ड के जलस्तर में भी इजाफा देखने को मिला जिससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.
162 सड़कें हुईं प्रभावित:
दो दिनों तक हुई भारी बारिश के चलते जिलेभर में 162 सड़कें बंद हो गई थीं. गुरुवार दोपहर बाद तक प्राप्त आंकड़ों के आधार पर 103 सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया था जबकि 59 सड़कों को खोलने का काम जारी था. बिजली विभाग के 147 ट्रांसफार्मर बरसात के कारण प्रभावित हुए थे. इनमें से 143 बहाल कर दिए गए हैं जबकि 4 ट्रांसफार्मरों को बहाल करने का कार्य जारी है.
इसके अलावा जल शक्ति विभाग को 36 लाख रुपये का नुकसान हुआ और कुछ पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुईं. एडीसी रोहित राठौर ने बताया "चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल है. हर उपमंडल स्तर पर बरसात से निपटने के लिए सभी टीमें मुस्तैदी से काम कर रही हैं."
सुकेती खड्ड के उफान से सहमे बल्ह घाटी के लोग:
दो दिनों से लगातार बारिश के कारण सुकेती खड्ड अपने उफान पर आ गई है. सुकेती खड्ड का जलस्तर बढ़ने के कारण चक्कर के पास फोरलेन के लिए निर्माणाधीन पुल की शटरिंग ढह गई. हालांकि निर्माणाधीन पुल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. पुलघराट के पास हो रहे लैंडस्लाइड के कारण हाइवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई. कुछ लोगों ने वाया भडयाल जाने का प्रयास किया लेकिन वहां पर भी गाड़ियों की संख्या ज्यादा होने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. वहीं, चार मील के पास डंगे को बचाने के लिए मिट्टी गई.
ये भी पढ़ें: आज रात से हिमाचल में मानसून पकड़ेगा रफ्तार, इन जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट