धौलपुर: जिले में इस सीजन में लगातार हो रही बारिश किसान के लिए मुसीबत बन गई है. बारिश से खेत और जलाशय सभी लबालब भर गए. किसान की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई. बाजरा, दलहन,तिलहन, ज्वार, ग्वार और मक्का आदि फसलों में नुकसान देखा जा रहा है. जिले के किसान प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. इधर, जिले में फिर एक बार बारिश का दौर शुरू हो गया. बसेड़ी उपखंड इलाके में बुधवार दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से भारी नुकसान हुआ है. बौरेली ग्राम पंचायत में दो स्थानों पर गिरी आकाशीय बिजली से एक मकान का छज्जा और दीवार क्षतिग्रस्त हो गई. खेतों में पेड़ के नीचे बैठी बकरियों के झुंड पर बिजली गिरने से सभी बकरियों की मौत हो गई.
किसान हरि सिंह ने बताया कि बरसात ने काश्तकारों के सपनों पर पानी फेर दिया है. पिछले दिनों हुई बारिश ने इलाके में त्राहि त्राहि मचा दी. खेतों में 3 फीट तक पानी भर गया. फसल बर्बाद हो गई. धौलपुर, बसेड़ी एवं सैपऊ उपखंड क्षेत्र के बोरेली, कुनकटा, नगला रायजीत, खेमरी, कान्हा का नगला, सहरोली, फूटे का नगला, रजोरा खुर्द, सेमरा, कैथरी, राजा का नगला, ठाकुर दास का नगला समेत दो दर्जन गांवों के खेत जलमग्न है. प्रशासन ने खेतों से पानी निकालने की कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की. खेतों में लगभग 2 हजार एकड़ जमीन पूरी पानी में डूबी पड़ी है. अब तो खेतों में खड़ा चारा भी सड़ने के कगार पर है.
किसानों का कहना है कि महंगे खाद बीज डालकर दो बार फसल उगाने की तैयारी की थी, लेकिन आसमानी आफत ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया. किसान द्वारिका तोमर ने बताया कि पिछले कई वर्षों से खरीफ की फसल के चौपट होने और रबी फसल में रकबे के हिसाब से बुवाई नहीं होने से न केवल अनाज का संकट बना हुआ है, बल्कि पशुओं के लिए चारे की समस्या भी गहरा गई है. उन्होंने बताया कि समय रहते समस्या का इंतजाम नहीं किया गया तो लोग खाने कमाने के लिए गांव छोड़ शहरों को पलायन करने को मजबूर होंगे.
चारे पर भी संकट: किसान हरि सिंह ने बताया कि खरीफ फसल तो चौपट हो रही है, साथ में चारा भी बर्बाद हो रहा है. किसानों के पास फसल के अलावा दूसरा जरिया आजीविका का मवेशी पालन रह जाता है. लेकिन चार बर्बाद होने से मवेशी पालन में भी संकट का सामना करना पड़ रहा है.
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रबी फसल भी होगी प्रभावित: किसान हरि सिंह ने बताया कि खरीफ फसल लगभग चौपट हो चुकी है. आगामी रबी फसल पर भी संकट आ सकता है. खेतों में इतना पानी भरा है कि रवि फसल की बुवाई करने तक पानी सूखने की संभावना दिखाई नहीं दे रही है.किसानों का कहना था कि प्रशासन और राज्य सरकार को उचित मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए.
फसल का करा रहे सर्वे: तहसीलदार राहुल कुमार धाकड़ ने बताया जिले में हुई बारिश से खरीफ फसल में नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने फसल खराबे की गिरदावरी कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया इलाके में राजस्व विभाग की टीम किसानों से रूबरू होकर फसल का सर्वे कर रही है. फसल खराबे की रिपोर्ट राज्य सरकार को शीघ्र सोंपी जाएगी. राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा.
बिजली गिरी, बकरियां मरी: बसेड़ी उपखंड इलाके में बुधवार दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिर गई. खेमरी निवासी शिवजी कुशवाह ने बताया कि गांव की रहने वाली बेवा गुड्डी पत्नी पप्पू कुशवाह का पुत्र खेतों पर बकरी चराने के लिए गया हुआ था. करीब 4:00 बजे बारिश शुरू होने पर बकरियों का झुंड बबूल के पेड़ के नीचे चला गया. वही बकरियों को चराने साथ आया फौजी पुत्र पप्पू दूसरे पेड़ के नीचे बैठ गया, तभी तेज गड़गड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली बकरियों के झुंड पर गिर पड़ी. इससे झुंड में मौजूद 13 बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे से किसान परिवार में कोहराम मच गया.