झांसी: बुंदेलखंड के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर यूनिट की आवश्यकता बहुत पहले से महसूस होती रही है. गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में रखना पड़ता है, जहां जगह बहुत सीमित है. यहां संसाधन भी सीमित हैं, इस कारण उचित उपचार नहीं हो पाता. इमरजेंसी में रखने के बाद मरीज को संबंधित विभाग के वॉर्ड में भेज दिया जाता है.
गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार मुहैया कराने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन पुरानी बिल्डिंग के बगल में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण करा रहा है. 44 करोड़ की लागत से बन रही इस यूनिट में 102 बेड होंगे. इनको रेड व येलो जोन में बांटा जाएगा. रेड जोन में वेंटिलेटर, शॉक मशीन व येलो जोन में हाई फ्लो ऑक्सीजन मशीन लगी होगी. बिल्डिंग के भूतल में जच्चा-बच्चा वॉर्ड होगा. यहां अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र भी बनाया जाएगा.
प्रथम तल पर प्रमुख रूप से 30 आइसोलेशन वॉर्ड बनाए जाएंगे, इसमें डायलिसिस के लिए चार बेड रिजर्व किए जाएंगे. द्वितीय तल पर 20-20 आईसीयू होंगे. तृतीय तल पर दो ऑपरेशन थिएटर बनाए जाएंगे. लगभग 30 करोड़ रुपए से यह यूनिट तैयार होगी व चौदह करोड़ रुपए से उपकरणों की खरीद की जाएगी. साल के अंत तक इस यूनिट को शुरू करने की तैयारी है.
झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. एनएस सेंगर ने बताया कि गंभीर मरीजों के लिए क्रिटिकल केयर यूनिट बनाई जा रही है. इसमें आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे, ताकि मरीजों को स्तरीय चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सके. साल के अंत तक इसे शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
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