मेरठ : परीक्षितगढ़ इलाके के एक गांव में बदमाशों ने चाकुओं से गोदकर किसान की हत्या कर दी. बदमाश खेत में लगे नलकूप से स्टार्टर चुराने पहुंचे थे. इसका विरोध करने पर उन्होंने किसान को मार डाला. घटना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया. डेढ़ घंटे तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं जाने दिया. पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कराया.
परीक्षितगढ़ के गांव बढ़ला में किसान कविंद्र (36) रहता था. किसान के पिता की मौत हो चुकी है. कविंद्र माता-पिता का इकलौता था. परिवार में उसकी मां राजवती, पत्नी नीरज और दो बेटी और एक बेटा हैं. परिजनों के अनुसार बुधवार की दोपहर 1 बजे बाइक से कविंद्र परीक्षितगढ़ में खेत पर गया था. खेत में गन्ने और आलू की फसल लगी है.
वह फसल में पानी देने गया था. इसके बाद वह शाम तक घर नहीं लौटा. बीच में कई बार पत्नी ने कविंद्र को फोन भी मिलाया लेकिन बात नहीं हो सकी. इस पर परिवार के लोगों को चिंता होने लगी. देर शाम कविंद्र का चचेरा भाई रॉबिन उसकी तलाश में निकल पड़ा. रॉबिन खेत में पहुंचा तो वहां कविंद्र की खून से लथपथ लाश पड़ी थी. उसके खरीर को चाकुओं से गोदा गया था. पीठ और सीने पर कई वार किए गए थे.
रॉबिन ने परिजनों के साथ ही पुलिस को भी घटना की जानकारी दी. मौके पर भीड़ जमा हो गई. घटना के विरोध में लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. सूचना पर सीओ सदर देहात नवीन शुक्ला, एसपी क्राइम के साथ फोरेंसिक टीम भी पहुंच गई. ग्रामीण हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. उन्होंने शव को डेढ़ घंटे तका पोस्टमार्टम के लिए नहीं जाने दिया.
ग्रामीण नलकूपों पर लगातार हो रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर ग्रामीणों को शांत कराया. एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि वारदात का जल्द ही खुलासा किया जाएगा. पुलिस की ओर से तीन टीमें लगाई गईं हैं.
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