नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के शाहदरा जिले के स्पेशल स्टॉफ ने जगतपुरी के एक सनसनीखेज मामले में फरार चल रहे कुख्यात 'नमस्ते गैंग' के बदमाश को पकड़ा है. कुख्यात अपराधी की पहचान जावेद के रूप में की गई जो क्रिमिनल बिरादरी में जेडी के नाम से मशहूर है. जगतपुरी मामले में उसके खिलाफ मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) लगा था जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी थी. पिछले पांच सालों से जावेद पुलिस की नजर से बचा हुआ था.
शाहदरा डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक स्पेशल स्टाफ को कुख्यात 'नमस्ते गैंग' के मेंबर जावेद के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर ललित दीक्षित को इस बारे में सूचना मिली थी जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई. गुप्त सूचना मिली थी कि मुस्तफाबाद का रहने वाला जावेद उर्फ जेडी अपने घर सी-185, गली नंबर 1, पुराना मुस्तफाबाद (दिल्ली) आएगा. इसके बाद एसीपी गुरदेव सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर दिनेश आर्य के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए उसके घर के आसपास पूरा जाल बिछाया. इसके बाद पुलिस टीम को कामयाबी हाथ लगी और जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी जावेद ने पुलिस की लगातार पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसने और उसके साथियों ने सुबह-सुबह डकैती की थी. आरोपी लोगों को निशाना बनाने से पहले उनका बहुत ही अच्छे और अनूठे तरीके से अभिवादन करता था. इसके बाद वो अपनी लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देने का काम करता है. उसके वारदात से पहले अनूठे तरीके से अभिवादन करने की वजह से गैंग का नाम 'नमस्ते गैंग' पड़ गया.
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दिल्ली में जन्मा जावेद 5वीं क्लास तक पढ़ा है. वह 10 भाइयों और 4 बहनों वाले एक बड़े परिवार में रहता है. लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन जावेद बुरी संगत में पड़ गया और बाद में 'नमस्ते गैंग' बना लिया. गिरोह ने पैसा कमाने के लिए सुबह के समय कई डकैतियां कीं थीं. जावेद के खिलाफ जगत पुरी थाने में 2018 में मकोका अधिनियम की धारा 3/4 के तहत एक मामला दर्ज किया गया था जिससे वो 5 सालों से बचता रहा है. आरोपी जावेद पहले से 14 अपराधों में संलिप्त रहा है.
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