बांसवाड़ा. कुशलगढ़ थाना पुलिस ने लूट करने वाले एक गिरोह का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीवाईएसपी विनय चौधरी ने बताया कि यह लोग राहगीरों को धक्का मार कर गिरा देते और उनसे लूटपाट कर लेते थे. अभी तक इन्होंने 6 वारदातों को अंजाम देना कबूला है. अन्य मामलों में पुलिस पूछताछ कर रही है.
कुशलगढ़ थाने में 13 मई को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि तलवार की नोक पर उसका अपहरण किया गया है. इस मामले में एक टीम बनाकर कई संदिग्ध आरोपियों को चिन्हित किया. इसके बाद पुलिस ने अरविंद पुत्र शंकर लाल निवासी सांवरिया थाना सदर, आशीष पुत्र कांति, देवी लाल पुत्र सवजी खराड़ी निवासी सामरिया थाना सदर और आशीष पुत्र लाल सिंह निवासी सबलपुरा थाना कुशलगढ़ और यहीं के विकास पुत्र लाल सिंह को गिरफ्तार किया. जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने 6 वारदात करना कबूल किया है.
इसमें वारदातों में हिंडोलिया चरण में एक महिला से चांदी के आभूषण लूटना, सागवा में 30 अप्रैल को एक अन्य महिला के साथ लूटपाट करना, सांवरिया में चांदी के आभूषण लूटना, बुढ़वा नवोदय के पास 24 अप्रैल को मोटरसाइकिल जमीन पर गिराकर महिला से चांदी के आभूषण लूटना और टिंबा मउड़ी गांव से बाइक चुराने की घटना को कुबूला है. आरोपी चोरी की बाइक पर आते और तलवार दिखाकर लूटपाट को अंजाम देते थे. आरोपियों ने यह भी बताया कि वह अपनी गर्लफ्रेंड को ऐशो आराम में रखने के लिए इस तरह की वारदात को अंजाम देते थे. फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम : पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पावर बाइक चुराकर सड़क पर निकलते थे. कोई भी राहगीर दिख जाता तो उसे ओवरटेक कर रोक लेते थे. इसके बाद एक व्यक्ति उतरता और तलवार दिखाकर डरता था, तब तक दूसरा व्यक्ति बाइक से उतरकर राहगीर को धक्का मार कर गिरा देता. इसके बाद महिला के पास जो भी आभूषण होते या पुरुष के पास जो कुछ भी होता, उसे लूट लेते थे. घटना को अंजाम देने के बाद कुछ दिन के लिए शांत हो जाते, फिर से दूसरी वारदात करते थे. आरोपियों ने कुशलगढ़, कलिंजरा व अन्य क्षेत्रों में घटनाओं को अंजाम दिया है.