कानपुर: आमतौर पर दो प्यार करने वाले साल भर वेलेंटाइन डे का बेसब्री से इंतजार करते हैं. इस खास दिन पर वह क्या करेंगे, इसके प्लान बनाते हैं. लेकिन, सोचिए अगर इसी दिन दो प्यार करने वालों को जेल भेजा जाए, तो उन पर क्या बीतेगी? कुछ ऐसा ही वाक्या कानपुर में तब देखने को मिला, जब सर्विलांस, साइबर और स्वाट टीम के सदस्यों ने श्रम विभाग में हुए साइबर फ्रॉड (Two lovers sent to prison on Valentine's day in Kanpur) का खुलासा किया.
कानपुर में साइबर फ्रॉड के मामले (Cyber Fraud Case in Kanpur) के मास्टरमाइंड उदित मिश्रा और नैंसी ठाकुर गर्लफ्रेंड- ब्वॉयफ्रेंड थे. करीब 6 माह से दोनों क्लोज रिलेशनशिप में थे. प्यार वाली बातों के बीच जब उदित ने नैंसी को श्रम विभाग के पोर्टल की कमियां बताई थीं, तो नैंसी ने फ्रॉड करने की हामी भर दी. अब, दोनों को जेल में ही रहना होगा. दोनों ने यह भी तय किया था कि फ्रॉड की रकम से वह गाड़ी, ज्वैलरी, स्मार्टफोन और कीमती सामान खरीदेंगे. उन्होंने ऐसा किया भी, लेकिन अब उनकी जिंदगी फिलहाल जेल में गुजरेगी.
साथ रहते थे उदिता और नैंसी: डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जब पुलिस टीम ने रायपुर में उदित और नैंसी को पकड़ा, तो वह एक ही रूम में थे. आसपास के लोगों ने बताया, कि करीब एक हफ्ते से दोनों रायपुर में ही एक कमरे में रुके हुए थे. जब पुलिस से पूछा गया कि इनकी मुलाकात कैसे हुई? इसके जवाब में डीसीपी क्राइम ने बताया कि हैकेथॉन वेबसाइट पर दोनों ने मुलाकात की थी.
यहां पर एक डार्कनेट की प्रक्रिया होती है. इसमें एक साथ कई हैकर्स मिल सकते हैं. उदित और नैंसी को टेक्नोलॉजी की अच्छी जानकारी थी. इसका फायदा उठाकर वो फ्रॉड करके करोड़पति बनना चाह रहे थे. (Crime News UP)