पिथौरागढ़: उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में 11 साल की बच्ची के शारीरिक शोषण का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामला गंगोलीहाट थाना क्षेत्र का है.
गंगोलीहाट थाना प्रभारी मंगल सिंह नेगी ने बताया कि जिला बाल कल्याण समिति पिथौरागढ़ ने थाना गंगोलीहाट में तहरीर दी थी. तहरीर में बताया कि 11 वर्षीय नाबालिग बालिका जो बालिका गृह कार्ड संस्था जाखनी में रह रही थी, उसकी काउंसलिंग की गई तो उसने शारीरिक शोषण की बात बताई.
पुलिस ने तहरीर के आधार पर दो आरोपी कमल बोरा और नरी बोरा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस जांच में पता चला कि बालिका की मां नहीं है और पिता नशे का आदी है. इसी का फायदा उठाकर आरोपी अक्सर नाबालिग बच्ची को अपने साथ अलग-अलग जगहों लेकर जाते थे और उनका शारीरिक शोषण किया करते थे.
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काउंसलिंग के दौरान पीड़िता ने आरोपियों पर रेप का आरोप भी लगाया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. कमल सिंह उर्फ कमल बोरा को गंगोलीहाट से और नरेन्द्र सिंह उर्फ को राड़ीखूटी से गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, सोमवार को पुलिस ने दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण के मामले का भी खुलासा किया था. पिथौरागढ़ पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दोनों नाबालिग लड़कियों को सकुशल बरामद कर लिया था. इस मामले में भी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम परवेज अली और इरफान है. दोनों यूपी के रहने वाले है.