देहरादून: कई राज्यों में जमीनों की धोखाधड़ी में अंतरराज्यीय बाबा अमरीक गिरोह के 10 हजार के इनाम आरोपी संजय गुप्ता को भी देहरादून पुलिस ने कचहरी परिसर से गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि आरोपी संजय गुप्ता कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था, लेकिन उससे पहले ही राजपुर थाना पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया.
आरोप है कि आरोपी संजय गुप्ता ने गिरोह के सरगना बाबा अमरीक और अन्य साथियों के साथ मिलकर कई राज्यों में जमीनों के नाम पर अरबों रुपए की धोखाधड़ी की है. इस गिरोह के खिलाफ उत्तराखंड के अलावा यूपी, हरियाणा और पंजाब में जमीन धोखाधड़ी के 18 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है. यूपी और उत्तराखंड समेत कई राज्यों की पुलिस लंबे समय से आरोपी संजय गुप्ता की तलाश में जुटी हुई थी. इस गिरोह के सरगना बाबा अमरीक समेत 6 सदस्यों को देहरादून पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
बाबा अमरीक के नाम पर धोखाधड़ी की: बता दें कि 21 मार्च 2024 को गोविंद पुंडीर ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में गोविंद पुंडीर ने बताया था कि वह प्रोपर्टी डीलिंग का काम करते है. अगस्त 2023 में अमजद अली जो कि पहले जाखन में वेल्डिंग का कार्य करता था, वो अदनान नाम के एक व्यक्ति के साथ उनके बड़े भाई उपेन्द्र थापली से मिला. उन्होंने बताया कि बुढ़ादल समिति नादेड, महाराष्ट्र के बहुत बड़े बाबा अमरीक सिंह स्कूल और आश्रम बनाने के लिए जमीन देख रहे है, लेकिन खरीद की जाने वाली जमीन की मिट्टी पहले बाबा को उपलब्ध करानी होगी. क्योंकि बाबा खरीद की जाने वाली जमीन की मिट्टी चेक करते हैं और उसके बाद ही जमीन खरीदते हैं.
जमीन बेचने के नाम पर दिया मोटा लालच: पीड़ित ने अमजद अली के कहे अनुसार तीन जमीनों के मिट्टी उन्हें उपलब्ध करा दी. अगस्त 2023 के दूसरे सप्ताह में अमजद अली, अदनान के साथ दोबारा पीड़ित के पास आया और कहा कि जो मिट्टी उनके द्वारा दी गई थी, वह पास नहीं हुई है. 18 सितंबर 2023 को अमजद अली, राम अग्रवाल, सचिन गर्ग उर्फ छोटा काणा, मुकेश गर्ग उर्फ बड़ा काणा, सुमित बंसल, अर्जुन शेखावत, रणवीर, अदनान आदि सभी लोग पीड़ित के पास पुरकुल गांव देहरादून आये.
15 करोड़ रुपए की ठगी की: उन्होंने कहा कि कुछ किसान करनाल हरियाणा में अपनी जमीन बेच रहे हैं, जिसकी मिट्टी बाबा ने पास कर दी है. वो, जमीन का बयाना कर लें, ताकि वे उसे आगे बाबा को बेच सकें. सभी लोगों के कहा कि बाबा की संस्था में कार्य करने के कारण वह जमीन की सीधी खरीद फरोख्त नहीं कर सकते, उनके द्वारा पीड़ित को अपने साथ साझेदार बनने और जमीन की खरीद फरोख्त में मोटा मुनाफा होने का लालच दिया. इसी तरह पीड़ित ने आरोपियों के झांसे में आकर करीब 15 करोड़ रुपए दे दिए. लेकिन जब जमीन की रजिस्ट्री कराने की बात आई तो आरोपी बात को गोल मोल करने लगे. आखिर में आरोपी को पता चला कि उसके बात धोखा हुआ है.
इसके बाद पीड़ित ने राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. इस मामले में गिरोह के सरगाना बाबा अमरीक समेत 6 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मुख्य आरोपियों में से एक संजय गुप्ता पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है. सोमवार को जैसे ही पुलिस को सूचना मिली कि संजय गुप्ता देहरादून कोर्ट में सरेंडर करने आ रहा है. पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया.
थाना राजपुर प्रभारी पीड़ी भट्ट ने बताया कि आरोपी अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर लोगों को जमीन दिलाने के एवज में उनके साथ धोखाधड़ी करता था. इस गिरोह के खिलाफ अलग-अलग राज्यों में मुकदमे दर्ज है.
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