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साइबर ठगों ने ढूंढा महिलाओं को ठगने का आसान तरीका, 'पेन-पेंसिल पैकिंग स्कीम' से किया जा रहा कंगाल - pen pencil packing plan

Cyber fraud with woman in Rudraprayag साइबर ठग सोशल मीडिया के जरिए अब भोली-भाली ग्रामीण महिलाओं को अपना शिकार बना रहे हैं. साइबर ठग फेसबुक पर रोजगार देने के फर्जी विज्ञापन डालकर ग्रामीण महिलाओं से ठगी कर रहे हैं. रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि से भी ऐसा ही मामला सामने आया है.

PHOTO- ETV BHARAT
फोटो- ईटीवी भारत
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 5, 2024, 8:05 PM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की ग्रामीण इलाकों की भोली-भाली महिलाएं सोशल मीडिया पर रोजगार के विज्ञापन देखकर आसानी से साइबर ठगी का शिकार हो रही हैं. अब तक साइबर ठगों के झांसे में कई महिलाएं आ चुकी हैं, जो लाखों रुपए गंवाने के बाद अब पुलिस थानों के चक्कर काट रही हैं. वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले में ढिलाई बरती जा रही है, जिस कारण साइबर ठग भी आराम से महिलाओं को ठगने में लगे हैं. ऐसा ही एक मामला रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि से सामने आया है.

अगस्त्यमुनि निवासी एक महिला ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर पेन-पेंसिल पैकिंग योजना से संबंधित रोजगार देखा. उसमें दिए गए नंबर पर कॉल किया तो विपिन गुप्ता नाम से एक व्यक्ति ने फोन उठाया और पेन-पेंसिल पैकिंग योजना के बारे में बताया. उसने बताया कि आपको घर बैठे पैकिंग का कार्य करना है और सैलरी 22 हजार रुपए मिलेगी. उन्होंने इस कार्य के संबंधित एक वीडियो भी भेजा, जिसमें किस प्रकार कार्य करना है, वह दिखाया जा रहा है. व्यक्ति ने कहा कि उनका एक कूरियर बॉय आयेगा, जो उन्हें पेन-पेंसिल पैकिंग का सामान भी देगा और फिर कार्य पूरा होने के बाद सामान लेने भी आएगा.

काफी दिनों तक सोचने के बाद महिला को फिर कॉल आया तो महिला ने कार्य करने के लिए हां कह दिया. इसके बाद आधार कार्ड भेजने की बात कहकर आईडी कार्ड बनाने के लिए रुपए मांगे गए. उन्होंने पहले साइबर ठग को 600 रूपए दिए. इसके बाद आईडी कार्ड भेजा गया. कुछ दिन ठगों द्वारा कहा गया कि आपका वेरिफिकेशन होना है इसके लिए 7 से 10 हजार रुपए देने होंगे. कुछ दिनों व्यक्ति ने फिर फोन किया और कहा कि कूरियर बॉय सामान लेकर आ रहा है. सामान के रुपए 'फोन पे' करने होंगे.

इस तरह ठग ने महिला से कुल 48 हजार रुपए ठग लिए. लेकिन कई दिनों बाद भी जब सामान नहीं आया तो उन्हें ठगी होने का पता चला. इसके बाद महिला ने थाना अगस्त्यमुनि में शिकायत दर्ज कराई और अपने खाते को फ्रीज करवाया. उन्होंने बताया कि साइबर ठगी का शिकार अन्य महिलाएं भी हुई हैं.

महिलाओं के साथ घट सकती है बड़ी घटना: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि विकासखंड जखोली, अगस्त्यमुनि और ऊखीमठ क्षेत्र की भोली-भाली ग्रामीण महिलाएं सोशल मीडिया में फर्जी रोजगार के विज्ञापन देखने के बाद साइबर ठगी का शिकार हो रही हैं. घर बैठे रोजगार देने के नाम पर साइबर ठग बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं.

वहीं, रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे का कहना है कि सोशल मीडिया में दिखाए जा रहे फर्जी विज्ञापनों के झांसे में आकर महिलाएं ठगी का शिकार हो रही हैं. इसको लेकर शिकायतें भी दर्ज हुई हैं. मामले में कार्रवाई की जा रही है. जल्द ही साइबर ठगों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की ग्रामीण इलाकों की भोली-भाली महिलाएं सोशल मीडिया पर रोजगार के विज्ञापन देखकर आसानी से साइबर ठगी का शिकार हो रही हैं. अब तक साइबर ठगों के झांसे में कई महिलाएं आ चुकी हैं, जो लाखों रुपए गंवाने के बाद अब पुलिस थानों के चक्कर काट रही हैं. वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले में ढिलाई बरती जा रही है, जिस कारण साइबर ठग भी आराम से महिलाओं को ठगने में लगे हैं. ऐसा ही एक मामला रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि से सामने आया है.

अगस्त्यमुनि निवासी एक महिला ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर पेन-पेंसिल पैकिंग योजना से संबंधित रोजगार देखा. उसमें दिए गए नंबर पर कॉल किया तो विपिन गुप्ता नाम से एक व्यक्ति ने फोन उठाया और पेन-पेंसिल पैकिंग योजना के बारे में बताया. उसने बताया कि आपको घर बैठे पैकिंग का कार्य करना है और सैलरी 22 हजार रुपए मिलेगी. उन्होंने इस कार्य के संबंधित एक वीडियो भी भेजा, जिसमें किस प्रकार कार्य करना है, वह दिखाया जा रहा है. व्यक्ति ने कहा कि उनका एक कूरियर बॉय आयेगा, जो उन्हें पेन-पेंसिल पैकिंग का सामान भी देगा और फिर कार्य पूरा होने के बाद सामान लेने भी आएगा.

काफी दिनों तक सोचने के बाद महिला को फिर कॉल आया तो महिला ने कार्य करने के लिए हां कह दिया. इसके बाद आधार कार्ड भेजने की बात कहकर आईडी कार्ड बनाने के लिए रुपए मांगे गए. उन्होंने पहले साइबर ठग को 600 रूपए दिए. इसके बाद आईडी कार्ड भेजा गया. कुछ दिन ठगों द्वारा कहा गया कि आपका वेरिफिकेशन होना है इसके लिए 7 से 10 हजार रुपए देने होंगे. कुछ दिनों व्यक्ति ने फिर फोन किया और कहा कि कूरियर बॉय सामान लेकर आ रहा है. सामान के रुपए 'फोन पे' करने होंगे.

इस तरह ठग ने महिला से कुल 48 हजार रुपए ठग लिए. लेकिन कई दिनों बाद भी जब सामान नहीं आया तो उन्हें ठगी होने का पता चला. इसके बाद महिला ने थाना अगस्त्यमुनि में शिकायत दर्ज कराई और अपने खाते को फ्रीज करवाया. उन्होंने बताया कि साइबर ठगी का शिकार अन्य महिलाएं भी हुई हैं.

महिलाओं के साथ घट सकती है बड़ी घटना: कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि विकासखंड जखोली, अगस्त्यमुनि और ऊखीमठ क्षेत्र की भोली-भाली ग्रामीण महिलाएं सोशल मीडिया में फर्जी रोजगार के विज्ञापन देखने के बाद साइबर ठगी का शिकार हो रही हैं. घर बैठे रोजगार देने के नाम पर साइबर ठग बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं.

वहीं, रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे का कहना है कि सोशल मीडिया में दिखाए जा रहे फर्जी विज्ञापनों के झांसे में आकर महिलाएं ठगी का शिकार हो रही हैं. इसको लेकर शिकायतें भी दर्ज हुई हैं. मामले में कार्रवाई की जा रही है. जल्द ही साइबर ठगों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

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