पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है. बजट सत्र के दौरान भाकपा माले के विधायक लगातार सरकार की नीति के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में गुरूवार को भी माले विधायकों ने किसान आंदोलन को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए.
किसानों पर लाठियां चलाना गलत: भाकपा माले के विधायकों का कहना था कि जिस तरह से किसानों के ऊपर लाठियां चलाई जा रही है वह कहीं से भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि जब केंद्र में मोदी की सरकार नहीं थी तो मोदी जी कहते थे कि एमएसपी लागू करेंगे और जब सरकार में आ गए तो एमएसपी भूल गए हैं.
गरीबों को मिलें पांच डिसमिल जमीन: वहीं, विधायकों ने बिहार सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि बिहार में गरीबों को पांच डिसमिल जमीन मुफ्त में देना था. उसको लेकर सरकार ने चुप्पी साध ली है. बिहार में गरीबों को निश्चित तौर पर आवास मिलना चाहिए. हम लोगों ने गरीबों के आवास के मुद्दे पर भी सदन में चर्चा करने की अपील की है. लेकिन सरकार इससे परहेज कर रही है.
गरीबों की झोपड़ी उजाड़ रही सरकार: भाकपा माले के विधायक संदीप सौरभ ने साफ-साफ कहा कि बिहार में गरीबों को 5 डिसिमल जमीन मुफ्त में देना था. लेकिन इस योजना पर अभी तक काम नहीं हुआ है. इसके बदले अतिक्रमण के बहाने गरीबों की झुग्गी झोपड़ी उजाड़ी जा रही है, जो कि ठीक नहीं है. हम लोग इस लड़ाई को शुरू से लड़ते आ रहे है. अभी भी हमारी पार्टी पूरे बिहार में गरीबों को आवास देने वाले योजनाओं को लेकर प्रदर्शन करने का काम कर रही है.
सदन में चर्चा करने से भाग रही सरकार: उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस मामले को लेकर हम लोग सदन में चर्चा करना चाहते हैं. लेकिन सरकार इन मुद्दे पर चर्चा करने से भाग रही है. सरकार अगर इन मुद्दे पर जवाब नहीं देगी तो हम लोग सदन की कार्यवाही को चलने नहीं देंगे.
"किसानों पर लाठियां चलाई जा रही है. उन्हें दिल्ली आने से रोका जा रहा है. यह गलत है. जब केंद्र में मोदी सरकार नहीं थी तो मोदी जी कहते थे कि हम लोग एमएसपी लागू करेंगे और जब सरकार में आ गए तो भूल गए." - संदीप सौरभ, भाकपा माले, विधायक
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