मुरादाबाद : मुरादाबाद में गोकशी मामले में बजरंग दल के जिला प्रमुख को जेल भेजने को लेकर शनिवार को बजरंग दल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बजरंग दल के केंद्रीय प्रबंधक समिति के सदस्य ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ता को पुलिस ने साजिश के तहत जेल भेजा है. गोकशी का झूठा मुकदमा लगाया है. कोई बजरंग कार्यकर्ता गोकशी नहीं कर सकता. हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं और थाना छजलैट के सभी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए.
बता दें कि मुरादाबाद के थाना छजलैट से गोकशी के मामले में बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित उर्फ मोनू विश्नोई सहित तीन साथियों को जेल भेजा था. पुलिस का आरोप था कि मोनू विश्नोई ने छजलैट थाने के एसएचओ को हटाने के लिए दो जगह गोकशी करवा कर उनके अवशेष फेंकवाए थे. बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू विश्नोई को जेल भेजने से नाराज सैकड़ों बजरंग दल कार्यकर्ताओ ने शनिवार को अम्बेडकर पार्क में एकत्र होकर कलक्ट्रेट पहुंचकर जमकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. अंबेडकर पार्क से कलक्ट्रेट तक पहुंचने के लिए बजरंग दल कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस अधिकारियों द्वारा उच्च अधिकारियों से बात होने के बाद ही बजरंग दल कार्यकर्ताओं को आगे जाने दिया गया. कलक्ट्रेट पहुचकर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. बजरंग दल के केंद्रीय प्रबंधक समिति के सदस्य राज कमल गुप्ता ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ता को पुलिस ने साजिश के तहत जेल भेजा है. गोकशी का झूठा मुकदमा लगाया है.
मुरादाबाद में बजरंग दल का जिला प्रमुख सुमित उर्फ मोनू विश्नोई सहित तीन साथियों को गोकशी के मामले में जेल भेजा था. पुलिस के अनुसार, मोनू विश्नोई ने यह साजिश कर छजलैट एसएचओ को हटवाने के लिए रची थी. दो साथी अभी भी फरार हैं. एसएसपी ने दोनों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया है. एसएसपी ने बताया था कि बजरंग दल के मोनू विश्नोई छजलैट के थाना प्रभारी पर अपने मनचाहे काम करने के लिए दबाब बना रहा था. एसएचओ ने जब उनकी बात मानने से इनकार कर दिया था तो बजरंग दल कार्यकर्ता मोनू विश्नोई ने 15 दिन के भीतर दो अलग-अलग स्थानों पर गाय के अवशेष फेंकवाए थे. मुरादाबाद हरिद्वार मार्ग के कांवड़ पथ पर भी गाय अवशेष कटवा कर फेंकवाए थे.
29 जनवरी को पशु के अवशेष के पास एक लोअर मौके पर पड़ा मिला था. लोअर की जेब में एक पर्स व कुछ रुपये भी मिले थे. पर्स में एक फोटो और डायरी भी मिली थी. डायरी पर महमूद और अजहर के नाम के मोबाइल नंबर मिले थे. इसी को आधार बनाकर जब पुलिस ने आगे की कार्रवाई की तो पूरा मामला सामने आया था.
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