फिरोजाबाद : यूपी की योगी सरकार गौमाता की सेवा के इच्छुक युवाओं और किसानों को रोजगार से भी जोड़ने का काम करने जा रही है. उत्तर प्रदेश राज्य गौसेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय बुधवार को नगर निगम के कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक तहसील पर माॅडल गौशालाएं तैयार की जा रही हैं. उसमें किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. किसानों को गाय दी जाएंगी.
उन्होंने कहा कि अगर युवा किसान गौशाला से चार गायों को लेकर उनका पालन पोषण करना चाहता है तो उसे नौकरी के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. युवा किसान सरकार से 50 रुपए प्रति गाय के हिसाब से पैसे लेकर उसके चारे का इंतजाम कर सकता है, वहीं उसके गोबर से गैस और जैविक खाद भी तैयार कर बेच सकता है. इसके लिए सरकार ऐसे युवाओं को ट्रेनिंग भी देगी. निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौशाला में मौजूद व्यवथाओं को देखा और जो कमी दिखी उसमें सुधार के भी निर्देश दिए. उन्होंने ईटीवी से बातचीत में कहा कि गौशालाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. निरीक्षण में जो कमियां मिल रहीं हैं उन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है. सरकार जहां पहले 30 रुपये प्रति गाय के हिसाब से गायों के पोषण के लिए पैसे देती थी, उसे बढ़ाकर अब 50 रुपये कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि युवा किसानों को गौसेवा के जरिये रोजगार से जोड़ने का काम किया जा रहा है, जो युवा किसान 10 से 12 हजार की नौकरी के लिए दिल्ली या बाहर जाते हैं, ऐसे किसान चार गायों को गौशाला से लेकर उनके गोबर से जैविक खाद बना सकते हैं और उसे अपनी खेती में यूज कर सकते हैं या फिर खाद को बेच भी सकते हैं. जिससे फसल का अच्छा दाम मिलेगा, क्योंकि जैविक उत्पादों की देश मे काफी डिमांड रहती है. उन्होंने यह भी कहा कि युवा गोबर गैस का भी प्लांट लगा सकते हैं, इसके लिए उन्हें नेडा से ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी.